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5000 गाड़ियों की जांच, 3746 के चालान और 568 लौटाए, प्रदूषण पर दिल्ली के एक्शन का लेखा-जोखा

 

दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. सरकार 4 मोर्चों पर कार्रवाई कर रही है, जिनमें वाहनों से होने वाला प्रदूषण, सड़कों और निर्माण से उड़ने वाली धूल, औद्योगिक प्रदूषण और कचरा प्रबंधन. प्रदूषण को तेजी से कम करने के लिए नो पीयूसी, नो फ्यूल अभियान और बीएस-6 से कम मानक वाले गैर-दिल्ली वाहनों की एंट्री पर सख्ती की जा रही है.

पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने प्रदूषण के खिलाफ पर्यावरण विभाग द्वारा उठाए जा रहे सभी कदमों के बारे में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को जानकारी दी. उधर, मंत्री ने कहा, सरकार को प्रदूषण कम करने के लिए कुछ कड़े लेकिन जरूरी फैसले लेने पड़े हैं. हम सभी से अपील करते हैं कि ग्रैप के नियमों, वर्क-फ्रॉम-होम एडवाइजरी और नो पीयूसी, नो फ्यूल पॉलिसी का पूरी तरह पालन करें.

पेट्रोल पंपों पर औचक निरीक्षण
सिरसा ने दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर और जनपथ समेत कई पेट्रोल पंपों पर अचानक पहुंचकर नो पीयूसी, नो फ्यूल के पालन की स्थिति देखी. उन्होंने पंप स्टाफ से बातचीत की. निर्देश दिए कि शांत और विनम्र रहते हुए नियमों को सख्ती से पालन करें. उन्होंने कहा, आप इस अभियान का सबसे पहला संपर्क बिंदु हैं. लोगों से सहयोग करें, उन्हें समझाएं कि यह नियम उनकी और उनके बच्चों की सेहत के लिए है.

उन्होंने वाहन चालकों से कहा, यह वाहन चालान का मामला नहीं है, यह साफ हवा का सवाल है. आज जारी हर वैध पीयूसीसी प्रदूषण के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक छोटी जीत है.

पीयूसीसी और चालान की स्थिति
17 दिसंबर को दिल्ली में 29,938 पीयूसीसी जारी किए गए. 18 दिसंबर को शाम 5:20 बजे तक 31,974 नए प्रमाणपत्र जारी हुए. इस तरह करीब एक दिन में कुल संख्या 61 हजार के पार पहुंच गई. सरकार का मानना है कि पेट्रोल-डीजल भरवाने से पहले पीयूसीसी बनवाने वालों की संख्या और बढ़ेगी.

प्लान और मंत्री का बयान    क्या एक्शन
1    PUCC जारी    17-18 दिसंबर के बीच दिल्ली में 61,000 से अधिक PUCC जारी
2    बॉर्डर चेकिंग    पहले दिन करीब 5,000 वाहनों की जांच
3    लौटाई गई गाड़ियाँ    नियमों के उल्लंघन पर 568 वाहन वापस भेजे गए
4    चालान    24 घंटे में 3,746 वाहनों के चालान (बिना वैध PUCC)
5    ट्रक डायवर्जन    217 गैर-गंतव्य ट्रक ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से डायवर्ट
6    रोड स्वीपिंग    2,300 किमी सड़कों की मैकेनिकल स्वीपर से सफाई
7    एंटी-स्मॉग गन    5,524 किमी सड़कों पर मोबाइल एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल
8    अवैध डंपिंग    132 अवैध कचरा डंपिंग पॉइंट्स बंद
9    अभियान    नो PUCC, नो फ्यूल अभियान की सख्त शुरुआत
10    मंत्री का बयान    मनजिंदर सिंह सिरसा: यह जन आंदोलन है, नागरिकों के सहयोग से ही प्रदूषण पर जीत संभव
मंत्री ने कहा, एक दिन में 60 हजार से ज्यादा लोगों का पीयूसीसी बनवाना दिखाता है कि जब नागरिकों को भरोसा होता है कि कदम जनहित में हैं, तो वे पूरा सहयोग देते हैं. पिछले 24 घंटों में बिना वैध पीयूसीसी के 3746 वाहनों के चालान किए गए. पहले दिन दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीमों ने बॉर्डर प्वाइंट्स पर करीब 5000 वाहनों की जांच की. नियमों का उल्लंघन करने वाले 568 वाहनों को वापस भेजा.सिरसा ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश के सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, प्रदूषण से निपटने की लड़ाई क्षेत्रीय समन्वय से ही जीती जा सकती है.

पिछले 24 घंटे में एक्शन
• 2,300 किमी सड़कों की मशीन से सफाई • 5,524 किमी क्षेत्र में मोबाइल एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल • 132 अवैध कचरा डंपिंग साइट बंद • 217 गैर-गंतव्य ट्रक डायवर्ट • लैंडफिल साइट्स पर करीब 38,019 मीट्रिक टन पुराने कचरे का निपटान

पर्यावरण मंत्री ने कहा कि ये आंकड़े दिखाते हैं कि दिल्ली सरकार एक साथ प्रदूषण के लिए हर स्रोत पर प्रहार कर रही है. हमारी टीमें 24×7 मैदान में हैं. यही एकमात्र रास्ता है जिससे हम दिल्ली की हवा को स्थायी रूप से बेहतर बना सकते हैं.