Politics: दादर और नगर हवेली के सांसद ने की सुसाइड, गुजराती में लिखा सुसाइड नोट
दादर और नागर हवेली से सांसद मोहन देलकर दक्षिण मुंबई के होटल में मृत पाए गए है। मरीन ड्राइव के होटल की ग्रीन में उनका शव मिला। मोहन देलकर का एक सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला है जो की गुजराती में लिखा गया है। फिलहाल उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
1989 में पहली बार बने थे सांसद
देलकर साल 1959 में पहली बार सांसद बने थे। तब से लेकर अब तक वे 7 बार लोक सभा के चुनाव जीत चुके थे। ख़ास बात ये है की देलकर ने साल 1989 से लेकर साल 2004 तक लगातार छ बार लोक सभा चुनाव में विजय दर्ज की थी। देलकर के परिवार में उनकी पत्नी कलाबेन देलकर दो बच्चे अभिनव और दिविता है। मोहन देलकर की उम्र 58 वर्ष की थी।
भाजपा और कांग्रेस के तरफ से भी लड़ चुके है चुनाव
देलकर अपने जीवन में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की तरफ से भी चुनाव लड़ चुके है। इसके अलावा वे बतौर निर्दलीय भी चुनाव लड़ चुके है। उन्होंने साल 1991 से 1996 तक कांग्रेस पार्टी के तरफ से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद साल 1999 में उन्हें एक बार फिर से निर्दीलीय सांसद के के तौर पर जीत दर्ज की।
बनाई थी खुद की पार्टी
साल 2004 में देलकर ने नवशक्ति पार्टी नाम से खुद की पार्टी भी बनाई थी और फिर से एक बार केंद्र शासित दादर और नगर हवेली के सांसद बने। साल 2009 में देलकर ने एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी,लेकिन बीते लोकसभा चुनाव में वे बतौर निर्दीलीय लोकसभा चुनाव में उतरे थे।
गृह मंत्रालय की कमेटी में भी थे शामिल
देलकर को गृह मंत्रालय द्वारा बनाई गयी परामर्श कमेटी का भी हिस्सा बनाया गया था। अमित शाह द्वारा बनायी गयी इस कमेटी में कुल 28 सांसदों को जगह दी गयी थी। 17 वी लोक सभा के 15 वरिष्ठ सांसदों की लिस्ट में देलकर का नाम रामविलास पासवान के बाद दूसरे नंबर पर था।