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इस बार भी दुर्ग निगम का बजट शासन को भेजा, पुष्टि के लिए सामान्य सभा में लाएंगे

 

कोविड के चलते लगातार दूसरे साल निगम के बजट पर सामान्य सभा में चर्चा नहीं हो पाएगी। महापौर परिषद से पारित इस बजट को सीधे राज्य शासन को भेज दिया गया है। शासन से स्वीकृति के बाद बजट को पुष्टि के लिए सामान्य सभा में रखा जाएगा। नगर पालिक निगम एक्ट के मुताबिक अब जब तक इस बजट को अगली सामान्य सभा बैठक में नहीं रखा जाता, तब तक बजट प्रावधानों व आय-व्यय के ब्यौरा का अंगीकार मान लिया जाएगा।
425.59 करोड़ रुपए का प्रावधानिक बजट तैयार किया गया है। इसमें आउटर कालोनियों का विकास, खेल मैदान, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट जैसी योजनाओं को शामिल किया गया है। इसी तरह भिलाई-3 चरोदा निगम का बजट भी सामान्य सभा में नहीं रखा जा सका है। पिछले महीने एमआईसी बजट पास हो गया। लेकिन कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते ऐन मौके पर सामान्य सभा को स्थगित करने की घोषणा करनी पड़ी। इसके बाद निगम अधिकारियों ने बजट को शासन से अनुमोदन के लिए भेजा दिया। इधर, भिलाई निगम में शहर सरकार का कार्यकाल समाप्त हो गया है। प्रशासक के रूप में कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे शासन को बजट भेजेंगे।
शहर के आउटर इलाके में सड़क, नाली, पानी, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं को बजट में प्रमुखता से शामिल किया गया है। बोरसी, पुलगांव, उरला, बघेरा, तितुरडीह, धमधानाका, जुनवानी, हरिनगर आदि इलाकों में कालोनियों का विस्तार हुआ है। इस बार यहां बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने के लिए बजट में प्रावधान है।
शंकरनाला के अंतिम छोर शिवनाथ नदी के पास वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना है। जिससे शहर से निकलने वाला गंदा पानी शिवनाथ नदी में साफ होकर जाए। शंकर नाला के दोनों ओर तटबंध बनाने का भी काम होना है। इसके अलावा अन्य जगहों पर ड्रेनेज व अन्य कार्यों के लिए 14 वें वित्त आयोग से 18 करोड़ की स्वीकृति ली है।
इस बार के बजट में दो नए स्टेडियम बनाने का प्रावधान किया गया है। एक स्टेडियम पटरीपार इलाके में और दूसरा बोरसी में बनाया जाएगा। इस स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए ट्रैक सहित अन्य सुविधाएं भी विकसित होगी। बैंडमिटन के कोट भी बनेंगे।
दो स्थानों पर चौपाटी और बनाने के लिए प्रावधान
दुर्ग शहर की जनता के मनोरंजन का भी बजट में ख्याल रखा गया है। इसके तहत दो स्थान पर चौपाटी बनाने की कार्ययोजना शामिल की गई है। वर्तमान में शहर में केवल रविशंकर स्टेडियम के सामने चौपाटी बना हुआ है। शहर के दूसरे जगह भी बनाएंगे जहां पर पब्लिक आसानी से चीजों का स्वाद ले सके।
बजट में कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाना है। दुर्ग शहर में आसपास इलाके से महिलाएं काम के लिए आती है लेकिन उन्हें फिर वापस जाना पड़ता है। हॉस्टल रहने से इन महिलाओं को रहने और खाने पीने की समस्याएं दूर होगी। पिछलेे करीब 3 वित्तीय वर्षों से प्रावधान किया जा रहा। काम भी शुरू हो चुका है।
गोकुल नगर में डेयरी चल रही है। इसकी वजह से बड़ी संख्या में भैंस पाली जा रही है। जिसकी वजह से गोबर भी ज्यादा पैमाने पर यहां निकलता है। गोबर का निष्पादन यहां हो नहीं रहा है। निगम इस गोबर का इस्तेमाल बॉयोगैस के रूप में करने की प्लानिंग की है। इसके लिए यहां प्लांट लगाना है।
दुर्ग निगम का यह दूसरा वित्तीय वर्ष है, जब बिना सभा के बजट को शासन से अनुमति के लिए प्रेषित किया जा रहा है। इस बार के बजट में भी पहले की तरह सबसे ज्यादा बजट निर्माण और स्वास्थ्य सुविधा रखा गया है। इसके अलावा खेल सुविधाओं का खाता ध्यान रखा गया है।
बजट में पहली बार महिला स्व सहायता समूहों को दुर्ग निगम द्वारा मार्केट मुहैया करवाने की योजना बनाई गई है। यह अलग तरह का मार्केट होगा। इस मार्केट में महिला समूहों द्वारा तैयार समान की बिक्री होगी। समूहों द्वारा जैविक खाद, सूपा ,टोकरी, दोना पत्तल, साबुन, अगरबत्ती, मशरूम, सब्जी आदि का उत्पादन किया जा रहा है। इससे पहले भिलाई निगम में महिलाओं के लिए पॉवर हाउस में बाजार तैयार किया जा रहा है। उसका काम लगभग पूर्ण हो चुका है। जल्द शुरू करने की तैयारी है।
Xबजट पारित नहीं हुआ है। कुछ जरूरत की चीजें ही लागू होंगे। नियमत: सामान्य सभा से ही बजट को पारित करना आवश्यक है। अन्यथा वैधानिक प्रक्रिया बाधित रहेगी। पुष्टि गत सामान्य सभा में पारित विषयों व संशोधनों की होती है।