तर्रेम क्षेत्र में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की धारदार हथियार से की निर्मम हत्या
जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र में एक बार फिर नक्सलियों की कायराना करतूत सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने दो निर्दोष ग्रामीणों की धारदार हथियार से हत्या कर दी। मृतकों की पहचान कवासी जोगा (उम्र लगभग 55 वर्ष) निवासी ग्राम छुटवाई और मंगलू कुरसम (उम्र लगभग 50 वर्ष) निवासी बड़ा तर्रेम के रूप में हुई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों ग्रामीण अपने-अपने कार्य में व्यस्त थे जब नक्सलियों ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया। इसके बाद उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली मौके से फरार हो गए।
ग्रामीणों में भय और आक्रोश का माहौल
इस दोहरे हत्याकांड के बाद क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि नक्सली अब भी निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं, जो कि मानवता के खिलाफ है। नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा की स्थिति को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं।
पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही तर्रेम थाना पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा बलों द्वारा इलाके में सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है ताकि हमलावरों की पहचान कर उन्हें पकड़ा जा सके।
शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि नक्सलियों ने दोनों ग्रामीणों पर पुलिस का सहयोगी होने का शक जताकर इस वारदात को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया है कि मृतक किसी भी सुरक्षा बल से जुड़े नहीं थे।
प्रशासन की अपील
घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और पीड़ित परिवारों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
नक्सली हिंसा पर फिर उठा सवाल
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि नक्सली अब भी ग्रामीणों को डराने और अपनी दहशत बनाए रखने के लिए निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं। इन हत्याओं ने न केवल दो परिवारों को उजाड़ा है, बल्कि क्षेत्र की शांति व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं।