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मोबाइल की मांग पर सड़क पर बैठी आठ साल की बच्ची, हाईवोल्टेज ड्रामे का वीडियो वायरल

 

आज के दौर में मोबाइल फोन बच्चों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसकी लत कई बार अजीब और चौंकाने वाली घटनाओं को जन्म दे रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां मोबाइल की मांग को लेकर मात्र आठ साल की एक स्कूली छात्रा ने सड़क पर हाईवोल्टेज ड्रामा कर दिया। यह घटना न सिर्फ राहगीरों के लिए हैरानी का सबब बनी, बल्कि इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।

वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्ची अपने परिजनों के साथ कहीं जा रही थी, तभी अचानक सड़क के बीचों-बीच बैठ गई और मोबाइल की जिद पकड़ ली। बच्ची रोती-बिलखती रही और कहती रही कि जब तक उसे मोबाइल नहीं मिलेगा, वह वहां से हिलेगी नहीं। वीडियो में मौजूद लोगों ने बताया कि बच्ची ने अपने परिजनों से कहा – “मोबाइल चाहिए, अभी चाहिए, नहीं तो मैं यहीं बैठी रहूंगी।”

घटना के दौरान सड़क पर ट्रैफिक कुछ देर के लिए बाधित हो गया। आस-पास खड़े लोग यह दृश्य देखकर हैरान रह गए। कुछ लोगों ने बच्ची को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थी। इस पूरे घटनाक्रम को किसी राहगीर ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो को लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसे माता-पिता की लापरवाही बता रहे हैं, तो कुछ इसे आज के डिजिटल युग का असर मान रहे हैं।

बच्ची के माता-पिता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह अपनी बेटी को पढ़ाई के लिए सीमित समय के लिए मोबाइल देते थे, लेकिन अब वह इसकी आदी हो गई है। “हमने मोबाइल देना कम किया तो अब वह इस तरह की हरकतें कर रही है,” पिता ने कहा।

इस घटना ने एक बार फिर से बच्चों में बढ़ती मोबाइल की लत और पैरेंटिंग के तरीकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे बच्चों को डिजिटल उपकरणों से दूर रखना अब एक बड़ी चुनौती बन गया है। अगर समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो भविष्य में इसका मानसिक और सामाजिक असर और गहरा हो सकता है।

इस वायरल वीडियो ने समाज में चर्चा को फिर से तेज कर दिया है कि बच्चों को मोबाइल कब और कितनी देर के लिए देना चाहिए। विशेषज्ञों और शिक्षकों का मानना है कि अभिभावकों को डिजिटल डिवाइसेज को लेकर एक संतुलित नीति अपनानी चाहिए ताकि बच्चों की मानसिक और शारीरिक सेहत सुरक्षित रह सके।