रायपुर के मठपारा में विराजमान नीलकंठेश्वर महादेव: सावन में श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित मठपारा क्षेत्र में भगवान शिव की एक भव्य और दिव्य प्रतिमा श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बनी हुई है। करीब 15 फीट ऊंची नीले रंग की यह प्रतिमा भक्तों को न केवल आकर्षित करती है, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक शांति का भी अनुभव कराती है। भगवान शिव की इस विशेष रूप से नीले रंग में रंगी मूर्ति को श्रद्धालु 'नीलकंठेश्वर महादेव' के नाम से पुकारते हैं।
पहले यह प्रतिमा खुले आकाश के नीचे विराजित थी, लेकिन मौसम की मार से बचाने के लिए अब इसके ऊपर टीन का मजबूत शेड बना दिया गया है। इससे मानसून के दौरान बारिश में प्रतिमा को क्षति से सुरक्षित रखा जा सकेगा। मंदिर समिति ने इस कदम को सावन में श्रद्धालुओं की सुविधा और मूर्ति की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
सावन के पवित्र महीने में यह स्थल श्रद्धा और आस्था का जीवंत केंद्र बन जाता है। यहां हजारों की संख्या में कांवड़िया अपने घरों, आसपास के नदी-तालाबों से जल लेकर नीलकंठेश्वर महादेव का जलाभिषेक करने आते हैं। पूरा मंदिर परिसर "हर-हर महादेव" और "बोल बम" के नारों से गूंज उठता है। भक्तजन, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी सावन की इस आध्यात्मिक ऊर्जा में शामिल होते हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मंदिर केवल पूजा-अर्चना का स्थान नहीं, बल्कि पूरे समुदाय की आस्था और एकता का प्रतीक भी बन गया है। सावन के हर सोमवार को यहां विशेष पूजा, रुद्राभिषेक और भजन-कीर्तन का आयोजन होता है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु भाग लेने पहुंचते हैं।
मठपारा स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर आज शहरवासियों की श्रद्धा का प्रतीक बन चुका है, जहां भक्त शिवभक्ति में लीन होकर न केवल अपनी मनोकामनाएं व्यक्त करते हैं, बल्कि अध्यात्म की अनुभूति भी प्राप्त करते हैं।
इस सावन में यदि आप रायपुर में हैं, तो नीलकंठेश्वर महादेव के दरबार में हाजिरी लगाना न भूलें – यहां शिव की भक्ति में डूबे माहौल की अनुभूति कुछ अलग ही होती है।