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मधुबनी : सीएस का निरीक्षण:ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य व्यवस्था काे सही करें पीएचसी प्रभारी

 

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर कोविड में लगे चिकित्सकों को वापस एपीएचसी में भेजा जा रहा है। बुधवार को सिविल सर्जन ने पंडौल प्रखंड अंतर्गत आने वाले एपीएचसी भगवतीपुर, बिठुआर, सिसवार, भाउर का औचक निरीक्षण किया।सिविल सर्जन डाॅ. सुनील कुमार झा ने बताया कि कोरोना संक्रमित की घटती संख्या को देखते हुए और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर बनाने के उद्देश्य से लगभग 50 -51 स्वास्थ्यकर्मियों व चिकित्सकों को वापस एपीएचसी व अन्य संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों में लगाया जा रहा है।

साथ ही मिडिल स्कूल पंडौल जहां टीकाकरण चल रहा है वहां का भी औचक निरीक्षण किया व आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सिविल सर्जन डाॅ. सुनील कुमार झा के औचक निरीक्षण में पाया गया कि एपीएचसी भगवतीपुर में कमरे तो खुले हए थे लेकिन कोई चिकित्सक या कर्मी उपस्थित नहीं था। थोड़ी देर बाद वहां चतुर्थवर्गीय कर्मी पहुंचे। मालूम करने पर पता चला कि यहां के चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी कोविड ड्यूटी में लगे हैं। ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से सिविल सर्जन के द्वारा लगातार औचक निरीक्षण किया जा रहा है। मालूम हो कि औचक निरीक्षण के पहले दिन सोमवार को भी पंडौल प्रखंड के विभिन्न एपीएचसी का औचक निरीक्षण किया गया था जिसमें कई अनियमितताएं सामने आई थी।

लापरवाही बरतने वालों पर की जाएगी सख्त कार्रवाई

सिविल सर्जन डाॅ. सुनील कुमार झा ने कहा जिले में ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में जो भी कमी है उसे दूर करने के उद्देश्य से यह औचक निरीक्षण किया जा रहा है। सीएस ने बताया कि औचक निरीक्षण के दौरान कई जगहों पर संबंधित चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों का मानदेय अवरुद्ध करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की जा रही है। साथ ही पीएचसी प्रभारी पंडौल से 15 दिनों में सभी संबंधित एपीएचसी में क्या सुधार हुआ, उसकी जानकारी मांगी है। इधर सिविल सर्जन डाॅ. सुनील कुमार झा ने सभी पीएचसी प्रभारियों को टीकाकरण में तेजी लाने का निर्देश दिया है। डाॅ. झा ने कहा है कि क्षेत्र में एक-एक व्यक्ति को टीकाकरण के लाभ के बारे में बताएं व टीकाकरण के प्रति जागरूक करें।