वैशाली में युवती का कंकाल मिलने से सनसनी, परिजनों ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप
जिले के गोरौल थाना क्षेत्र अंतर्गत पिड़ापुर मथुरा गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब एक खेत में एक युवती का कंकाल बरामद किया गया। कंकाल की पहचान गांव के ही निवासी विरचंदर सिंह ने अपनी 20 वर्षीय लापता बेटी साजन कुमारी के रूप में की। यह चौंकाने वाली घटना सामने आते ही पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश फैल गया है।
जानकारी के अनुसार, साजन कुमारी कुछ महीने पहले रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गई थी। परिजनों ने गोरौल थाना में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब जब गांव के ही एक खेत में साजन का कंकाल मिला है, तो परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा है।
विरचंदर सिंह, जो खुद साजन के पिता हैं, ने पुलिस पर सीधे-सीधे लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती, तो उनकी बेटी की जान बच सकती थी। उन्होंने कहा, "हमने बार-बार थाना में जाकर अपनी बेटी के बारे में बताया, लेकिन पुलिस ने हमारी बातों को नजरअंदाज कर दिया। आज हमारी बेटी सिर्फ एक कंकाल बनकर रह गई है।"
घटना के बाद गांव में भारी संख्या में लोग जुट गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि गोरौल थाना की कार्यप्रणाली बेहद सुस्त और गैरजिम्मेदाराना रही है। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की और आरोपियों को पकड़ने या किसी सुराग तक पहुंचने की कोई कोशिश नहीं की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और कंकाल को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इधर, परिजनों और ग्रामीणों की मांग है कि मामले की CBI या CID जांच कराई जाए ताकि साजन कुमारी को न्याय मिल सके और लापरवाह अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो।
यह घटना न केवल एक परिवार की पीड़ा को उजागर करती है, बल्कि पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। लोगों का कहना है कि जब तक पुलिस जवाबदेह नहीं होगी, तब तक ऐसे मामलों में बदलाव की उम्मीद नहीं की जा सकती।