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बिहार विधानसभा में तीसरे दिन भी हंगामा, तेजस्वी यादव बोले – "चुनाव आयोग नागरिकता का प्रमाण नहीं मांग सकता"

 

बिहार विधानसभा का मानसून सत्र लगातार तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने मतदाता सूची सत्यापन के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अगुवाई में विपक्षी विधायकों ने काला कपड़ा पहनकर प्रदर्शन किया और विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी की।

तेजस्वी यादव ने सदन में अपनी बात रखते हुए चुनाव आयोग के कामकाज पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग का काम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना है, न कि लोगों से नागरिकता के सबूत मांगना।" उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।

कार्यवाही रही बाधित
विपक्ष के हंगामे के कारण विधान परिषद और विधानसभा, दोनों सदनों की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। अध्यक्ष को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष ने कहा कि मतदाता सत्यापन के नाम पर गरीब, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदायों को चुनाव प्रक्रिया से बाहर करने की साजिश की जा रही है।

सरकार का पलटवार
वहीं, सत्ता पक्ष ने विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद बताया। मंत्रीगणों का कहना है कि यह महज एक आधारभूत प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य मतदाता सूची को अपडेट करना है, न कि किसी की नागरिकता पर सवाल उठाना।

बिहार की राजनीति में यह मुद्दा अब और गरमाता नजर आ रहा है। माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में यह मुद्दा और अधिक राजनीतिक रंग ले सकता है।