वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के बीच सामने आई अनोखी स्थिति, ठाकुर जी गांव में – बीएलओ कर रहे इंतजार
राज्य में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत हर पात्र नागरिक से फॉर्म भरवाकर जरूरी दस्तावेज जमा कराए जा रहे हैं। इसी क्रम में किशलय गली के निवासी और सेवानिवृत्त बैंक कर्मी ठाकुर जी को भी बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) की ओर से मतदाता प्रपत्र (फॉर्म) भरने के लिए दिया गया है। लेकिन अब स्थिति कुछ उलझ गई है।
ठाकुर जी चले गए गांव, बीएलओ के सामने दुविधा
जानकारी के अनुसार, ठाकुर जी फिलहाल गांव चले गए हैं। जब बीएलओ उनके द्वारा भरा गया फॉर्म जमा करने के लिए उनके घर पहुंचे, तो श्रीमती जी ने बताया कि “वो गांव गए हैं, आने के बाद ही फॉर्म जमा किया जाएगा।”
अब बीएलओ असमंजस में हैं कि दस्तावेज और सत्यापन की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाना है, लेकिन ठाकुर जी की अनुपस्थिति के कारण प्रक्रिया अटक गई है।
बीएलओ की चुनौती: समयसीमा और जिम्मेदारी
राज्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से बीएलओ को स्पष्ट निर्देश हैं कि हर पात्र मतदाता का प्रपत्र निर्धारित समय तक इकट्ठा किया जाए, ताकि मतदाता सूची में समय पर सुधार, नाम जोड़ने या हटाने का काम हो सके। इस बीच ठाकुर जी जैसे कई नागरिकों का गांव चले जाना या अनुपस्थित रहना, बीएलओ के लिए एक बड़ी चुनौती बन रहा है।
क्या है समाधान?
इस स्थिति में स्थानीय बीएलओ का कहना है कि वे ठाकुर जी के वापस लौटने तक इंतजार करेंगे, लेकिन उन्होंने श्रीमती जी से निवेदन किया है कि यदि प्रपत्र भरवाकर दस्तावेज उपलब्ध हो सकें, तो उन्हें अस्थायी रूप से लिया जा सकता है।
इसके अलावा, ठाकुर जी चाहें तो ऑनलाइन माध्यम (nvsp.in या Voter Helpline App) से भी फॉर्म भर सकते हैं और आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं।