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पटना में एक दिन में दो फायरिंग की घटनाएं, ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी की हत्या, कंकड़बाग में दहशत

 

बिहार की राजधानी पटना में शनिवार को गोलियों की गूंज ने एक बार फिर शहर की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। एक ही दिन में दो अलग-अलग जगहों पर फायरिंग की घटनाएं सामने आईं। एक मामले में जहां एक ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई, वहीं दूसरे मामले में शहर के व्यस्त कंकड़बाग इलाके में एक पार्क में अंधाधुंध फायरिंग की गई।

ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी की हत्या

पहली घटना पटना के पिपरा थाना क्षेत्र की है, जहां अज्ञात बदमाशों ने ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी को गोली मार दी। गोली लगने से अधिकारी की मौके पर ही मौत हो गई। यह वारदात दिनदहाड़े हुई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और हत्या की जांच शुरू कर दी है। हत्या के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में इसे पुरानी रंजिश या आपराधिक साजिश बताया जा रहा है।

कंकड़बाग में अंधाधुंध फायरिंग, बाल-बाल बचे लोग

दूसरी घटना पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र की है। शनिवार शाम एक पार्क के पास कई राउंड गोलियां चलाई गईं, जिससे वहां मौजूद लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे। गनीमत रही कि इस फायरिंग में कोई घायल नहीं हुआ। चश्मदीदों के मुताबिक, दो बाइक सवार युवकों ने पार्क के पास रुककर फायरिंग की और फिर तेजी से फरार हो गए।

पुलिस की सक्रियता और जांच

दोनों ही घटनाओं के बाद पटना पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। कंकड़बाग फायरिंग मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और संदिग्धों की पहचान की जा रही है। वहीं, पिपरा में हुई हत्या के मामले में परिजनों से पूछताछ और संभावित दुश्मनों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा

लोगों में भय का माहौल

लगातार हो रही फायरिंग की घटनाओं ने स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। कंकड़बाग जैसे घनी आबादी वाले इलाके में दिनदहाड़े हुई फायरिंग ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहरवासियों का कहना है कि पुलिस की गश्त और निगरानी कमजोर पड़ गई है, जिससे अपराधी बेलगाम हो चुके हैं।