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मोहनिया के सकरौली गांव में तालाब में डूबने से तीन मासूम बच्चियों की दर्दनाक मौत, गांव में पसरा मातम

 

बिहार के मोहनिया प्रखंड के सकरौली गांव से मंगलवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। बकरी चराने गईं पांच बच्चियों में से तीन की तालाब में डूबने से मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे से पूरा गांव शोक में डूब गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे इलाके में गमगीन माहौल बना हुआ है।

कैसे हुआ हादसा?

मिली जानकारी के मुताबिक, गांव की पांच बच्चियां मंगलवार दोपहर बकरी चराने के लिए खेत की ओर निकली थीं। इस दौरान अचानक हल्की बारिश शुरू हो गई, तो वे पास के ही एक तालाब में नहाने चली गईं। नहाते समय तीन बच्चियां गहरे पानी में चली गईं और डूबने लगीं। उनके साथ मौजूद दो अन्य बच्चियों ने शोर मचाकर गांव में सूचना दी, लेकिन जब तक लोग मौके पर पहुंचे, तीनों की जान जा चुकी थी

ग्रामीणों ने निकाले शव

घटना की सूचना मिलते ही दर्जनों ग्रामीण मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से तीनों बच्चियों के शव तालाब से बाहर निकाले गए। शवों को देखने के बाद गांव में कोहराम मच गया। परिजन बेसुध हो गए और मातम का माहौल छा गया।

मृत बच्चियों की पहचान

डूबकर जान गंवाने वाली तीनों बच्चियों की पहचान 10 से 13 वर्ष की उम्र के बीच बताई जा रही है। वे सभी आपस में सहेलियां थीं और अक्सर साथ में बकरी चराने जाया करती थीं। मृतक बच्चियों के नाम निम्नलिखित हैं:

  • काजल कुमारी (12 वर्ष)

  • आरती देवी (11 वर्ष)

  • नेहा कुमारी (10 वर्ष)

(नोट: नामों की पुष्टि प्रशासन द्वारा की जानी अभी बाकी है।)

प्रशासन मौके पर

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों ने परिजनों को संवेदना व्यक्त की और सरकारी प्रावधानों के अनुसार अनुग्रह राशि देने की बात कही है

गांव में पसरा मातम

इस त्रासदी ने पूरे सकरौली गांव को झकझोर कर रख दिया है। हर कोई मासूम बच्चियों की असमय मौत पर दुख प्रकट कर रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तालाब की घेराबंदी करने और सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।