वैशाली के सदर अस्पताल में तीन घंटे बिजली गुल, इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टरों ने टॉर्च जलाकर मरीजों का इलाज किया
जिले के सदर अस्पताल में मंगलवार की शाम गंभीर तकनीकी खराबी ने मरीजों और कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ा दीं। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगभग तीन घंटे तक बिजली गुल रही, जिसके कारण डॉक्टरों को इलाज के लिए मोबाइल की टॉर्च पर निर्भर रहना पड़ा।
बिजली कटौती से इलाज प्रभावित
इमरजेंसी वार्ड में बिजली न होने से कई जरूरी मशीनें और उपकरण बंद हो गए, जिससे इलाज में बाधा आई। डॉक्टरों ने अपने मोबाइल की टॉर्च की मदद से मरीजों की जांच और प्राथमिक उपचार किए। अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों में इस स्थिति को लेकर भारी रोष देखा गया।
लचर अस्पताल व्यवस्थाओं पर सवाल
यह घटना अस्पताल की व्यवस्थाओं की बदहाली को उजागर करती है। तीन घंटे तक बिजली गुल रहना और कोई वैकल्पिक व्यवस्था न होना प्रशासन की बड़ी चूक मानी जा रही है। मरीजों के मुताबिक, बिजली गुल होने से कई जरूरी प्रक्रियाएं रुक गईं और इमरजेंसी में इलाज की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
प्रशासन ने क्या कहा?
इस मामले में अस्पताल प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं आया है। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को इस घटना की सूचना दी गई है और बिजली आपूर्ति को शीघ्र बहाल करने का निर्देश दिया गया है। प्रशासन से उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए जरूरी इंतजाम किए जाएंगे।
मरीजों और परिजनों की नाराजगी
इमरजेंसी वार्ड में मौजूद मरीजों के परिजन अस्पताल की इस लचर व्यवस्था से नाराज हैं। उनका कहना है कि ऐसे हालात में गंभीर मरीजों का इलाज कैसे संभव है। उन्होंने प्रशासन से बेहतर इंतजाम करने और अस्पताल की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की है