सावन के पहले सोमवार को शिवहर में दर्दनाक हादसा, बाबा भोलेनाथ के दर्शन से पहले टूट गया एक परिवार का सपना
सावन का पहला सोमवार – वह दिन जब श्रद्धा और आस्था अपने चरम पर होती है, जब हर गली, हर रास्ता "बोल बम" के जयघोष से गूंजता है और हजारों की संख्या में शिवभक्त बाबा भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए मंदिरों की ओर कूच करते हैं। लेकिन इस पावन दिन पर बिहार के शिवहर जिले से एक ऐसी हृदयविदारक घटना सामने आई, जिसने एक पूरे परिवार की खुशियों को छीन लिया और भक्ति की राह को शोक में बदल दिया।
सोमवार सुबह हुआ हादसा
घटना सोमवार की सुबह की है, जब शिवहर जिले में एक परिवार बाबा धाम में जलाभिषेक करने के लिए यात्रा पर निकला था। श्रद्धालुओं से भरे इस वाहन को लेकर परिवार में बड़ा उत्साह और श्रद्धा का भाव था। लेकिन किसे पता था कि यह यात्रा सपने के टूटने और जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी में बदल जाएगी।
रास्ते में वाहन के अनियंत्रित हो जाने से हादसा हो गया, जिसमें एक ही परिवार के कई सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि एक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की खबर से इलाके में हड़कंप मच गया और श्रद्धा का उत्सव एकाएक शोक सभा में तब्दील हो गया।
एक साथ टूटा परिवार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा इतना भीषण था कि वाहन में बैठे श्रद्धालु इधर-उधर जा गिरे, और घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय ग्रामीण और राहगीरों की मदद से सभी घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। मृतक की पहचान एक 40 वर्षीय पुरुष के रूप में हुई है, जो अपने परिवार के साथ हर साल कांवड़ यात्रा पर जाया करता था।
प्रशासन और पुलिस की सक्रियता
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया, वहीं घायलों के इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। शिवहर एसडीओ और एसपी ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
श्रद्धालुओं में व्याप्त मायूसी
सावन के इस पवित्र महीने में ऐसी दुखद घटना से कांवड़ियों और भक्तों में मायूसी छा गई है। बहुत से श्रद्धालु जिन्होंने हादसे के बाद यात्रा रोक दी, उनका कहना है कि—
"हम हर साल बाबा के दर्शन के लिए जाते हैं, लेकिन इस बार जो हुआ, वह मन को झकझोर देने वाला है।"