भारतीय टीम रवाना हुई फ्रेंच बॉक्सिंग (सवात्) वर्ल्ड कप 2025 के लिए, 23 से 28 जुलाई तक ताशकंद में होगा मुकाबला
भारत की फ्रेंच बॉक्सिंग (सवात्) टीम मंगलवार को आगामी वर्ल्ड कप 2025 में भाग लेने के लिए राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उजबेकिस्तान की राजधानी ताशकंद के लिए रवाना हुई। यह प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता 23 जुलाई से 28 जुलाई तक आयोजित की जाएगी, जिसमें दुनिया भर के शीर्ष खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
फ्रेंच बॉक्सिंग, जिसे सवात् के नाम से भी जाना जाता है, एक मार्शल आर्ट स्पोर्ट है जिसमें मुक्केबाज़ी और किकिंग तकनीकों का मिश्रण होता है। भारत में इस खेल को लोकप्रिय बनाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के उद्देश्य से भारतीय सवात् महासंघ ने वर्षों से खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया है। अब यह टीम वर्ल्ड कप 2025 में अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित करने की तैयारी में जुटी है।
इस वर्ल्ड कप में भाग लेने वाली भारतीय टीम में पुरुष और महिला दोनों वर्गों के अनुभवी और नवोदित खिलाड़ी शामिल हैं। टीम के साथ कोचिंग स्टाफ और अधिकारी भी रवाना हुए हैं जो खिलाड़ियों को तकनीकी मार्गदर्शन और रणनीतिक सहयोग प्रदान करेंगे। भारतीय दल की इस यात्रा को खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) का भी समर्थन प्राप्त है।
टीम के रवाना होने से पहले खिलाड़ियों का उत्साह चरम पर था। रवाना होने से पूर्व एक संक्षिप्त संवाद में कोच ने कहा, "हमने बीते कई महीनों से इस टूर्नामेंट के लिए कड़ी मेहनत की है। हमारा लक्ष्य केवल पदक जीतना नहीं है, बल्कि विश्व स्तर पर भारत की सवात् क्षमता को स्थापित करना भी है।"
भारतीय सवात् महासंघ के पदाधिकारियों का मानना है कि इस बार भारत की टीम पहले से अधिक मजबूत है और विभिन्न भारवर्गों में खिलाड़ियों की तैयारी बेहतर हुई है। बीते कुछ वर्षों में भारत ने इस खेल में उल्लेखनीय प्रगति की है, और पहले के अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत ने पदक भी जीते हैं, जिससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा है।
उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय टीम इस बार भी अपनी चुनौतीपूर्ण प्रतिस्पर्धा के जरिये पदकों की झड़ी लगा सकती है। टूर्नामेंट के आयोजन स्थल ताशकंद में सुरक्षा और आयोजन की व्यापक तैयारियां की गई हैं। आयोजन समिति ने प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं।
भारतवासियों की निगाहें अब ताशकंद पर टिकी हुई हैं, जहां 23 से 28 जुलाई तक होने वाली इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत की टीम अपने दमखम का लोहा मनवाने को तैयार है। अगर भारतीय टीम वांछित प्रदर्शन कर पाई, तो यह देश में सवात् को और अधिक लोकप्रियता दिलाने की दिशा में बड़ा कदम होगा।