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बिहार विधानसभा में SIR को लेकर बवाल, विपक्ष की स्थगन मांग पर चुनाव आयोग ने दी स्थिति स्पष्ट, कहा- सिर्फ 2.70% मतदाता शेष

 

बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान मतदाता गहन पुनर्निरक्षण (SIR) को लेकर जबरदस्त राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। विपक्ष जहां इस प्रक्रिया को लेकर सवाल उठा रहा है और इसे तत्काल स्थगित करने की मांग कर रहा है, वहीं चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि यह प्रक्रिया अंतिम चरण में है और इसे रोकने का कोई औचित्य नहीं है।

विधानसभा के अंदर और बाहर विपक्ष के नेता लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि एसआईआर प्रक्रिया के जरिए सरकार जनता के अधिकारों का हनन कर रही है और वोटर लिस्ट से नाम हटाने की साजिश हो रही है। विपक्ष का यह भी कहना है कि इससे आम नागरिकों में भ्रम और असंतोष की स्थिति पैदा हो रही है, लिहाजा इसे तुरंत रोक दिया जाए।

चुनाव आयोग का आंकड़ों के साथ जवाब

राजनीतिक आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने आधिकारिक बयान जारी कर साफ किया कि SIR की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निर्धारित समयसीमा के तहत चल रही है। आयोग ने बताया कि 25 जुलाई अंतिम तिथि है और अब तक राज्य के 97.30% मतदाता फॉर्म भर चुके हैं।

अब सिर्फ 2.70% यानी 21,35,616 मतदाताओं का सत्यापन बाकी है, जिसे अगले तीन दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। आयोग का कहना है कि शेष बचे मतदाता भी जागरूक हो रहे हैं और प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं।

क्या है SIR प्रक्रिया?

SIR (Special Intensive Revision) यानी विशेष मतदाता गहन पुनर्निरीक्षण अभियान के तहत मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने और सुधार की प्रक्रिया होती है। यह प्रक्रिया हर पांच साल में एक बार या चुनाव से पहले की जाती है ताकि मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाया जा सके।

विपक्ष के आरोप

  • जनता को डराने की कोशिश: विपक्ष का कहना है कि मतदान अधिकार पर हमला किया जा रहा है

  • नाम हटाने का आरोप: कुछ क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मतदाता नाम हटाने की शिकायतें सामने आई हैं

  • प्रक्रिया पर पारदर्शिता का सवाल: विपक्ष ने मतदाता पुनर्निरीक्षण में अधिकारियों की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए हैं

सरकार और आयोग की सफाई

सरकार और निर्वाचन आयोग का कहना है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से कानूनी, निर्धारित प्रक्रिया और जनहित के अनुसार हो रही है। आम जनता से अपील की गई है कि भ्रमित न हों और समय रहते फॉर्म भरें। आयोग ने दावा किया कि अभियान सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है और अंतिम तिथि तक सभी शेष मतदाताओं का सत्यापन हो जाएगा।