×

निलंबित डीएफओ सुबोध कुमार गुप्ता के ठिकानों पर एसवीयू की छापेमारी, करोड़ों की संपत्ति का खुलासा

 

आय से अधिक संपत्ति मामले में निलंबित टना पार्क डिविजन के डीएफओ (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) सुबोध कुमार गुप्ता के खिलाफ मंगलवार को विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने बड़ी कार्रवाई की। पटना समेत कई ठिकानों पर दिनभर चली छापेमारी देर रात तक जारी रही। इस दौरान गुप्ता और उनके परिजनों के नाम कई करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता चला है, जिससे भ्रष्टाचार की गहराई उजागर होती दिखाई दे रही है।

सूत्रों के अनुसार, SVU की टीम ने छापेमारी के दौरान पटना में स्थित आधा दर्जन मकान, फ्लैट और दुकान के दस्तावेज बरामद किए हैं। इन संपत्तियों में कुछ ऐसी भी हैं जिनके स्वामित्व को लेकर संदेह है कि वे डीएफओ गुप्ता ने परिजनों या करीबी रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी हैं।

बड़ी बरामदगी, बेहिसाब संपत्ति के सुराग
अब तक की कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, बैंक खातों की जानकारी, निवेश के प्रमाण और महंगी गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन डिटेल भी SVU के हाथ लगी है। टीम ने गुप्ता के आवास से नकद राशि, सोने-चांदी के जेवरात और कई बैंक लॉकरों की जानकारी भी एकत्र की है, जिनकी जांच की प्रक्रिया जारी है।

छापेमारी कहां-कहां हुई?
पटना के अलावा छापेमारी की यह कार्रवाई राज्य के अन्य जिलों में स्थित उनके संभावित ठिकानों पर भी की गई। इन सभी ठिकानों को पहले से ही चिन्हित किया गया था और विशेष निगरानी इकाई की टीमों ने एक साथ कार्रवाई की। SVU अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में जो संपत्ति सामने आई है, वह उनके ज्ञात स्रोतों से कई गुना अधिक है।

निलंबन के बाद से थे रडार पर
सुबोध कुमार गुप्ता को पूर्व में उनके कार्यकाल के दौरान अनियमितताओं के आरोपों के कारण निलंबित किया गया था। इसके बाद से ही उनके खिलाफ विशेष निगरानी इकाई द्वारा जांच चल रही थी। प्रारंभिक तौर पर उनकी संपत्ति और आय के बीच विसंगति पाए जाने के बाद यह छापेमारी की गई।

आगे की कार्रवाई
SVU द्वारा बरामद दस्तावेजों की जांच के बाद आय के स्रोतों की वैधता की पड़ताल की जाएगी। यदि यह संपत्ति अवैध या बेनामी पाए जाती है, तो गुप्ता के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर मुकदमा चलाया जाएगा।