सुदेश महतो ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर को लेकर राज्य सरकार से उठाए गंभीर सवाल
झारखंड के पूर्व मंत्री सुदेश महतो ने हाल ही में हुए सूर्या हांसदा एनकाउंटर को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब सत्यापित सरेंडर पॉलिसी लागू है, तो फिर सूर्या हांसदा के मामले में इतनी जल्दबाजी और एनकाउंटर की क्या आवश्यकता थी।
सुदेश महतो ने कहा कि एनकाउंटर की यह घटना कई तरह के सवाल और संदेह पैदा करती है। उन्होंने राज्य सरकार से पारदर्शिता और विस्तृत जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि किसी अपराधी ने सरेंडर करने का निर्णय लिया है और सरेंडर पॉलिसी के तहत प्रक्रिया में है, तो उसके एनकाउंटर करने की अतिरेक कार्रवाई समाज में गलत संदेश भेजती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सुदेश महतो का यह बयान राजनीतिक और कानूनी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि इस तरह की घटनाओं की जांच और वास्तविक तथ्य जनता के सामने लाना जरूरी है, ताकि किसी तरह की अनुचित कार्रवाई या दुरुपयोग से बचा जा सके।
सरेंडर पॉलिसी के अनुसार, जो अपराधी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करता है, उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत सजा और रिहाई के अवसर दिए जाते हैं। सुदेश महतो का कहना है कि सूर्या हांसदा के एनकाउंटर ने इस नीति की भावना और प्रक्रिया दोनों को प्रभावित किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य में ऐसे मामलों में पारदर्शिता और उचित जांच का होना अत्यंत आवश्यक है, ताकि जनता का पुलिस और प्रशासन में भरोसा कायम रहे।