बांका में चौंकाने वाला मामला: छात्रों ने स्कूल हेडमास्टर से साइबर ठगी की कोशिश की, चार नाबालिग गिरफ्तार
बिहार के बांका जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा व्यवस्था और डिजिटल सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर को उसी स्कूल के 10वीं कक्षा के छात्रों ने साइबर ठगी का शिकार बनाने की साजिश रची।
हेडमास्टर के मोबाइल को किया गया हैक
मामला तब उजागर हुआ जब बांका के एक स्कूल के प्रधानाध्यापक ने यह महसूस किया कि उनके मोबाइल और उससे जुड़े ई-शिक्षा कोष (E-Shiksha Kosh) खाते में संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं। उन्होंने तत्काल सतर्कता बरती और पुलिस को इसकी सूचना दी।
जांच में सामने आया कि ठगी की इस कोशिश के पीछे नालंदा जिले के चार नाबालिग छात्र थे, जो बांका के स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। इन छात्रों ने हेडमास्टर के मोबाइल फोन को हैक कर, उनके ई-शिक्षा कोष खाते से सरकारी राशि उड़ाने का प्रयास किया था।
पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई
बांका पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी चार नाबालिग छात्रों को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने योजना बनाकर हेडमास्टर के डिजिटल अकाउंट को निशाना बनाया था, ताकि वहां से राशि निकाल सकें।
हेडमास्टर की सूझबूझ से बची सरकारी रकम
गनीमत रही कि हेडमास्टर ने समय रहते इस संदिग्ध गतिविधि को भांप लिया और पुलिस को सूचित कर दिया। इससे न केवल उनका व्यक्तिगत नुकसान टला, बल्कि सरकारी कोष की राशि भी सुरक्षित रही।
साइबर जागरूकता की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा कितनी अहम है, खासकर स्कूलों और सरकारी योजनाओं से जुड़े डिजिटल अकाउंट्स में। साथ ही यह सवाल भी खड़ा हुआ है कि स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के मन में ऐसी आपराधिक प्रवृत्तियां कैसे जन्म ले रही हैं।
बांका पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और इन नाबालिगों को सुधार गृह भेजने की प्रक्रिया भी चल रही है। वहीं शिक्षा विभाग ने भी इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए हैं।
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