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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले धार्मिक तनाव, मुजफ्फरपुर के मीनापुर में महावीरी झंडा जुलूस पर पत्थरबाजी, कई घायल

 

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में धार्मिक तनाव की स्थिति बढ़ती जा रही है। इस बार मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर गांव से एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां महावीरी झंडा जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच तनाव फैल गया। यह घटना गुरुवार को हुई, जब कुछ असमाजिक तत्वों ने महावीरी झंडा जुलूस पर पत्थरबाजी की। इस हमले में थानेदार और पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए। पत्थरबाजी से जुलूस में शामिल लोग भी घायल हुए, जिससे स्थिति और भी विकट हो गई।

घटना का विवरण
मुजफ्फरपुर के मीनापुर गांव में हर साल की तरह इस बार भी महावीरी झंडा जुलूस का आयोजन किया जा रहा था। जुलूस जैसे ही इलाके से गुजर रहा था, तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने छतों से पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस पत्थरबाजी में थानेदार और कई पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए। घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई और जुलूस में शामिल लोग घायल हो गए।

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, यह हमला अचानक हुआ और देखते ही देखते दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस और प्रशासन की ओर से तुरंत बल प्रयोग किया गया।

पुलिस की कार्रवाई और स्थिति का नियंत्रण
घटना के बाद जिला प्रशासन ने तत्काल एक्शन लिया और इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी की और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए ऐहतियातन कई स्थानों पर कड़ी चौकसी बढ़ा दी। पुलिस ने पत्थरबाजी करने वालों को पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी है और कई संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है।

इसके अलावा, प्रशासन ने इलाके में किसी भी प्रकार के अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को भी कुछ समय के लिए निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कहा कि क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह से चौकस है।

सियासी प्रभाव और विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद से बिहार की सियासत में भी हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार और प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो चुकी है और चुनावों से पहले इस प्रकार के तनावपूर्ण हालात पैदा किए जा रहे हैं।

विपक्ष के नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रशासन की नाकामी के कारण राज्य में सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है और सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। वहीं, सत्ताधारी पार्टी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की है।

राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य अधिकारियों ने घटना को लेकर चिंता जताई है और पूरी जांच के आदेश दिए हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि बिहार में लोकतंत्र और भाईचारे की मिसाल पेश की गई है, और इसे किसी भी हालत में बिगड़ने नहीं दिया जाएगा।