बिहार में मिट्टी कटाई के दौरान निकला दुर्लभ सफेद कोबरा, इलाके में मचा हड़कंप
बिहार के वैशाली जिले में मिट्टी की खुदाई के दौरान एक सफेद कोबरा निकला। ज़हरीले सांप का रंग देखकर लोग जमा हो गए और पूरे इलाके में दहशत फैल गई। यह घटना सराय थाना इलाके के पोखरेरा गांव में हुई। पोखरेरा गांव में जब मिट्टी की खुदाई चल रही थी, तभी अचानक मिट्टी के नीचे से एक सफेद कोबरा निकल आया। काम तुरंत रोक दिया गया। हाजीपुर के रहने वाले स्नेक रेस्क्यूअर श्रवण कुमार को इसकी जानकारी दी गई। जानकारी मिलने पर श्रवण कुमार गांव पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद उस दुर्लभ सफेद कोबरा को बचाया।
श्रवण कुमार ने बताया कि करीब 5 फीट लंबा सफेद कोबरा बहुत दुर्लभ है और बहुत कम ही दिखता है। उन्होंने कहा कि इकोलॉजिकल बैलेंस बनाए रखने के लिए पेड़-पौधों, जानवरों और सांपों को बचाना ज़रूरी है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि सांपों को न मारें, बल्कि अगर कोई दिखे तो तुरंत बताएं। उन्होंने बताया कि सांपों से खुद को बचाने के लिए सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए और सर्दियों के मौसम में बिस्तर को अच्छी तरह साफ रखना चाहिए, क्योंकि इस समय सांप ठंड से बचने के लिए गर्म जगहों पर चले जाते हैं। स्नेक कैचर श्रवण कुमार ने वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पटना और छपरा समेत आस-पास के कई जिलों में ज़हरीले सांपों को बचाया है। उनका दावा है कि उन्होंने अलग-अलग तरह के 10,000 से ज़्यादा सांपों को सफलतापूर्वक बचाया है।
उन्होंने इंडियन कोबरा, अजगर, रैट स्नेक, रसेल वाइपर, कॉमन करैत, धामन, सकरा और कई दूसरी तरह के सांपों को सुरक्षित बचाया है। श्रवण कुमार ने बताया कि दर्जनों सांपों को पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया है।
श्रवण कुमार का कहना है कि फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से जानकारी मिलने पर बचाए गए सांप उन्हें सौंप दिए जाते हैं, जिसके लिए उन्हें 200 रुपये मेहनताना मिलता है। साथ ही, आम लोगों के बताने पर वे फ्री में रेस्क्यू ऑपरेशन भी करते हैं।