राजधानी की सड़कों पर बंद स्ट्रीट लाइट्स से बढ़ी परेशानी, नगर निगम ने की बड़ी कार्रवाई
राजधानी की बड़ी आबादी रात के समय सड़कों पर अंधेरे में चलने को मजबूर है। शहरभर की सड़कों पर बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं, जिससे लोगों को रात में आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर महिलाएं, वृद्ध और दोपहिया वाहन चालकों के लिए ये हालात संभावित हादसों और आपराधिक घटनाओं को न्योता दे रहे हैं।
स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद हरकत में आया नगर निगम
बीते कुछ हफ्तों से कई इलाकों के नागरिकों ने नगर निगम को शिकायतें भेजी थीं कि
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कई प्रमुख मार्गों, गलियों और चौराहों पर स्ट्रीट लाइटें महीनों से खराब हैं।
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रात में कई मोहल्ले पूरी तरह अंधेरे में डूबे रहते हैं, जिससे अपराधियों को छिपने और वारदात करने का मौका मिल रहा है।
इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम अब हरकत में आ गया है। अधिकारियों ने संबंधित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद बड़ी कार्रवाई की घोषणा की है।
क्या है निगम की कार्रवाई?
नगर निगम की ओर से मिली जानकारी के अनुसार:
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स्ट्रीट लाइट रखरखाव से जुड़ी एजेंसियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
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जिन क्षेत्रों में लंबे समय से लाइटें बंद हैं, वहां 24 से 48 घंटे के अंदर मरम्मत का निर्देश दिया गया है।
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नगर आयुक्त ने वार्ड स्तर पर निरीक्षण टीमों को सक्रिय किया है जो हर रात स्ट्रीट लाइट की निगरानी रिपोर्ट तैयार कर रही हैं।
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साथ ही निगम ने एक हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराने की सुविधा भी शुरू की है।
दोषियों पर होगी कार्रवाई
नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
"स्ट्रीट लाइट सिस्टम को सुधारना हमारी प्राथमिकता है। लापरवाही बरतने वाली एजेंसियों से जवाब-तलबी की जा रही है और ठेकेदारों पर जुर्माने की कार्रवाई शुरू की गई है।"
आमजन को मिलेगी राहत
नगर निगम की इस सक्रियता से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही राजधानी की सड़कों पर रोशनी लौटेगी और रात के समय चलने वाले लोगों को राहत मिलेगी। सुरक्षा व्यवस्था भी बेहतर होगी और छोटे-बड़े हादसों में कमी आएगी।