बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत किशोर का शक्ति प्रदर्शन, जन सुराज कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी क्रम में राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने गुरुवार को राजधानी पटना में अपनी पार्टी ‘जन सुराज’ के कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की, जिससे राजधानी में कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हालात बन गए।
प्रशांत किशोर की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में जन सुराज कार्यकर्ता, विधानसभा में चल रहे मानसून सत्र के दौरान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे थे। प्रदर्शन का उद्देश्य था – सरकार की नीतियों, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) अभियान में कथित गड़बड़ियों को लेकर विरोध दर्ज कराना।
पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प
घेराव के दौरान जब कार्यकर्ताओं ने विधानसभा की ओर मार्च करना शुरू किया, तो पुलिस ने उन्हें वीआईपी मार्ग पर ही रोकने की कोशिश की। इसके बाद कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्कामुक्की शुरू हो गई। स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं।
कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया, हालांकि देर शाम तक उन्हें छोड़ दिया गया था।
प्रशांत किशोर ने क्या कहा?
लाठीचार्ज के बाद प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा:
“बिहार में लोकतंत्र की आवाज को दबाया जा रहा है। युवाओं को रोजगार चाहिए, शिक्षा चाहिए और सरकार लाठी दे रही है। हम डरने वाले नहीं हैं, जन सुराज का कारवां थमेगा नहीं।”
उन्होंने यह भी साफ किया कि जन सुराज बिहार चुनाव 2025 में पूरी ताकत से हिस्सा लेगा और यह सिर्फ शुरुआत है।
विपक्ष ने भी साधा निशाना
घटना के बाद विपक्षी दलों ने भी राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए लाठीचार्ज को तानाशाही करार दिया। आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी दलों ने कहा कि सरकार युवाओं और जनता की आवाज से डर रही है।
प्रशासन की सफाई
पटना पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रदर्शनकारी बिना अनुमति के मार्च कर रहे थे और प्रशासन ने कई बार उन्हें रोका, लेकिन वे नहीं माने। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए न्यूनतम बल प्रयोग किया गया।