‘संसद से ट्रंप को जवाब दें प्रधानमंत्री, भारत कभी झुका नहीं’, बोले मनोज झा- पहलगाम की पीड़ा...
राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता मनोज झा ने आगामी संसद के मानसून सत्र को लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की भूमिका सिर्फ विरोध तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि राष्ट्रहित से जुड़े गंभीर मुद्दों पर संसद में गहन चर्चा भी होनी चाहिए।
मनोज झा ने क्या कहा?
मनोज झा ने कहा:
"विपक्ष में कई राजनीतिक दल हैं, जिनकी अपनी-अपनी क्षेत्रीय प्राथमिकताएं होती हैं, लेकिन कुछ सवाल ऐसे होते हैं जो पूरे राष्ट्र के हित से जुड़े होते हैं और उन पर संयुक्त रूप से आवाज उठाना जरूरी है।"
उन्होंने विशेष रूप से पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि यह हमला देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गहरा आघात है, जिसे हम भूल नहीं सकते। इसके साथ ही उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की कूटनीतिक स्थिति पर भी सवाल उठाए।
संसद में चर्चा की मांग
मनोज झा ने सरकार से मांग की कि:
"इन अहम मुद्दों पर संसद में व्यापक और गंभीर चर्चा होनी चाहिए ताकि देश की जनता को यह संदेश जाए कि संसद सिर्फ विधायी कार्यों का मंच नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय चिंताओं पर विमर्श का सर्वोच्च स्थान भी है।"
राजनीतिक संदेश
मनोज झा का यह बयान इस बात की ओर संकेत करता है कि मानसून सत्र में विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और लोकतांत्रिक विमर्श जैसे विषयों को प्राथमिकता देने की रणनीति बना रहा है। यह भी देखा जा रहा है कि विपक्ष अब केवल सरकार विरोधी नारेबाजी से आगे बढ़कर नीतिगत और संवेदनशील विषयों पर बहस चाहता है।