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पटना में कानून व्यवस्था पर सवाल, सुल्तानगंज थाना से चंद कदमों की दूरी पर वकील की दिनदहाड़े हत्या

 

बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर अपराधियों के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्या के बाद से लगातार गोलीबारी और हत्याओं की वारदातें सामने आ रही हैं, जिससे प्रदेश में खौफ का माहौल बन गया है। ताजा मामला सुल्तानगंज थाना क्षेत्र का है, जहां अपराधियों ने एक वकील को दिनदहाड़े गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि यह वारदात थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर अंजाम दी गई।

घटना की जानकारी

प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर वकील अपने घर से किसी काम से बाहर निकले थे। इसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे अपराधियों ने उन्हें घेरकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। फायरिंग की आवाज सुनकर इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर दौड़े, लेकिन तब तक हमलावर फरार हो चुके थे।

पुलिस की भूमिका पर सवाल

हत्या की यह वारदात सुल्तानगंज थाना से महज 300 मीटर की दूरी पर हुई है, जिससे पुलिस की गश्त और निगरानी पर भी सवाल उठने लगे हैं। घटना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं इलाके में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी गई है।

लगातार हो रही हत्याएं

बता दें कि इससे पहले बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्या ने भी बिहार में कानून व्यवस्था की पोल खोल दी थी। खेमका हत्याकांड के बाद से लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जिनमें व्यापारी, पेशेवर और आम नागरिक निशाना बनाए जा रहे हैं।

इलाके में दहशत

वकील की हत्या के बाद स्थानीय लोगों में भारी दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर थाने से चंद कदमों की दूरी पर हत्या हो सकती है, तो आम लोगों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी। क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।

राजनीतिक प्रतिक्रिया की संभावना

इस घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भी हलचल बढ़ सकती है। विपक्षी दल राज्य सरकार और प्रशासन पर निशाना साध सकते हैं, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह विभाग से इस मामले में सख्त कदम उठाने की अपेक्षा की जा रही है।