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PATNA  बिहार में कन्हैया के सहारे खोई जमीन पाना चाहती है कांग्रेस, प्रशांत किशोर के साथ दो बार राहुल गांधी से मिले

 
बिहार न्यूज़ डेस्क !!! कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि उनकी हाल में राहुल गांधी से दो बार मुलाकात हो चुकी है। बातचीत अंतिम दौर में है। अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि कन्हैया 2024 में बिहार की तरफ से कांग्रेस के बड़े चेहरे बन सकते हैं। कन्हैया के कांग्रेस में जाने की चर्चा तब हुई, जब उन्होंने CPI मुख्यालय में अपना दफ्तर खाली कर दिया। CPI के अंदर कन्हैया को लेकर लोकसभा चुनाव के बाद से ही सवाल उठने लगे थे। यहां तक कि अनुशासनहीनता को लेकर CPI की हैदराबाद में हुई बैठक में उनके खिलाफ निंदा प्रस्‍ताव पारित किया गया था।सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि,  कन्हैया को कांग्रेस में लाने की जिम्मेदारी जौनपुर सदर के पूर्व विधायक मो. नदीम जावेद को सौंपी गई है। नदीम जावेद NSUI के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व महासचिव, कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और मीडिया पैनलिस्ट हैं। कन्हैया और नदीम की कई दौर की बात हो चुकी है। खबरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि,  कन्हैया कुमार के जल्द पाला बदलने की अटकलें हैं। उनके कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है।  चुनाव में कांग्रेस को 10 सीट मिली थी, जो अक्टूबर 2005 में घटकर 9 रह गई। 2010 के विधानसभा चुनाव में तो कांग्रेस को महज 4 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था। 2015 विधानसभा चुनाव में जब RJD और JDU के साथ कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा बनी तो पार्टी को 27 सीटों पर जीत मिली थी। 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में रहने के बाद भी कांग्रेस महज 19 सीटें जीत सकी। वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 में तो कांग्रेस को बिहार में एक सीट मिली थी। अपने पुराने परिणाम को देखते हुए कांग्रेस अब बिहार में नए नेतृत्वकर्ता के रूप में कन्हैया को लाना चाहती है।