पारस अस्पताल में घुसकर मरीज को मारी गोली, अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल
राजधानी पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले राजाबाजार स्थित पारस अस्पताल में गुरुवार को एक सनसनीखेज वारदात सामने आई। अपराधियों ने अस्पताल में घुसकर भर्ती एक मरीज पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। मरीज को 3 से 4 गोलियां लगी हैं, जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई और मरीज व परिजन दहशत में आ गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हमलावर पूरी तैयारी के साथ अस्पताल के अंदर दाखिल हुए और सीधे उस वार्ड की ओर बढ़े, जहां घायल मरीज भर्ती था। वहां पहुंचते ही उन्होंने उस पर करीब 3 से 4 राउंड फायरिंग की और मौके से फरार हो गए। फायरिंग की आवाज सुनकर अस्पताल में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। अस्पताल के स्टाफ ने तत्काल घायल मरीज को इलाज के लिए इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट किया।
मरीज की पहचान और हालत
गोली लगने वाले मरीज की पहचान [नाम और पता यदि उपलब्ध हो] के रूप में की गई है। वह किसी पुराने आपराधिक मामले में संलिप्त रहा है या किसी आपसी रंजिश का शिकार बना है — इस संबंध में फिलहाल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है और ICU में उसका इलाज जारी है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही शास्त्रीनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और अस्पताल परिसर को चारों ओर से घेर लिया। CCTV फुटेज की मदद से अपराधियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। अस्पताल के स्टाफ और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह हमला आपसी रंजिश या गैंगवार का परिणाम हो सकता है।
शास्त्रीनगर थाना प्रभारी ने बताया, “हम मामले की जांच गंभीरता से कर रहे हैं। अस्पताल के अंदर इस तरह की वारदात बेहद चिंता का विषय है। जल्द ही अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।”
अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। मरीज और उनके परिजनों का कहना है कि यदि अस्पताल में समुचित सुरक्षा होती, तो कोई भी व्यक्ति हथियार लेकर अंदर नहीं घुस सकता था। अस्पताल प्रबंधन ने फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
प्रशासन सतर्क
घटना के बाद जिला प्रशासन और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शहर के अन्य प्रमुख अस्पतालों की सुरक्षा समीक्षा करने की बात भी कही गई है।