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धान खरीद घोटाले के मुख्य आरोपी पैक्स अध्यक्ष वसीम अख्तर गिरफ्तार, 2023 से था फरार

 

ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत भोलमारा ग्राम पंचायत की पैक्स (प्राथमिक कृषि साख समिति) में धान खरीद के नाम पर करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी पैक्स अध्यक्ष वसीम अख्तर को शुक्रवार शाम पौआखाली थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।

वसीम अख्तर वर्ष 2023 से फरार चल रहा था और पुलिस उसकी काफी समय से तलाश कर रही थी। यह गिरफ्तारी गुप्त सूचना के आधार पर की गई और पुलिस ने उसे करीब चार बजे दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद इलाके में इस घोटाले को लेकर फिर से चर्चाएं तेज हो गई हैं।

क्या है घोटाले का मामला?

भोलमारा पंचायत की पैक्स में धान खरीद के लिए राज्य सरकार द्वारा भेजी गई राशि में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया था। किसानों से धान नहीं खरीदा गया, लेकिन रिकॉर्ड में खरीद दर्शा कर सरकारी अनुदान और राशि का गबन कर लिया गया। इस मामले में करोड़ों रुपये के वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई थी।

पैक्स अध्यक्ष वसीम अख्तर पर आरोप है कि उसने कई फर्जी रसीदें, फर्जी किसान खाते, और बेनामी खरीद दिखाकर सरकारी कोष से राशि निकाल ली थी। जांच में खुलासा हुआ था कि बड़ी संख्या में किसानों को भुगतान नहीं हुआ, और सरकारी स्टॉक भी वास्तविक से कम था।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

इस घोटाले के उजागर होने के बाद प्रशासन ने जांच टीम गठित की थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने वसीम अख्तर की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की, लेकिन वह वर्ष 2023 से भूमिगत हो गया था।

ठाकुरगंज थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को पौआखाली थाना क्षेत्र से पकड़ा गया, जहां वह छद्म नाम से रह रहा था। गिरफ्तारी के दौरान उसने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया।

आगे की प्रक्रिया

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में घोटाले से जुड़े अन्य लोगों के नाम और नेटवर्क की जानकारी मिलने की संभावना है। आर्थिक अपराध इकाई और जिलास्तर की विशेष टीम अब मामले की गहराई से जांच कर रही है।

किसानों में आक्रोश, प्रशासन पर उठे सवाल

इस घोटाले के चलते स्थानीय किसानों में भारी आक्रोश है। किसानों का कहना है कि उन्होंने धान बेचा, लेकिन उन्हें न भुगतान मिला और न ही कोई मदद। प्रशासन पर लंबे समय तक कार्रवाई में देरी करने के आरोप भी लगे हैं। अब जब आरोपी की गिरफ्तारी हुई है, तो किसान उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें जल्द न्याय मिलेगा।