बिहार में दलित मतदाताओं की पहली पसंद नरेंद्र मोदी, सर्वे में रामविलास पासवान को माना सबसे बड़ा दलित नेता
नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स (NACDOAR) और द कन्वर्जेंट मीडिया (TCM) द्वारा बिहार में किए गए एक ताजा सर्वे में चौंकाने वाले और दिलचस्प नतीजे सामने आए हैं। 10 जून से 4 जुलाई 2025 के बीच आयोजित इस सर्वे में राज्य की 49 विधानसभा सीटों को कवर किया गया।
सर्वे के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दलित समुदाय के मतदाताओं में सबसे लोकप्रिय नेता बने हुए हैं। वहीं, रामविलास पासवान को अब भी सबसे बड़ा दलित नेता माना जाता है, भले ही उनका निधन हो चुका है। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनके राजनीतिक प्रभाव और विरासत को आज भी समुदाय के बीच सम्मानपूर्वक याद किया जाता है।
मुख्यमंत्री पद के लिए तेजस्वी यादव को दलित समुदाय का व्यापक समर्थन प्राप्त है। सर्वे में उन्होंने नीतीश कुमार को पीछे छोड़ते हुए सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री उम्मीदवार की श्रेणी में जगह बनाई है।
सर्वे के प्रमुख निष्कर्ष:
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नरेंद्र मोदी दलित मतदाताओं की पहली पसंद (लोकप्रियता में शीर्ष पर)
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रामविलास पासवान को अब भी सबसे प्रभावशाली दलित नेता माना गया
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तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार से अधिक पसंद किए गए
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सर्वे में 49 विधानसभा क्षेत्रों के हजारों दलित मतदाताओं की राय ली गई
इस सर्वे से यह संकेत मिलता है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में दलित समुदाय की भूमिका निर्णायक हो सकती है। राजनीतिक दलों की नजर इस वर्ग के रुझान पर टिकी हुई है।