नकली दवा सप्लाई मामले में मंत्री दोषी, फिर भी पद पर कायम – कांग्रेस ने उठाए सवाल
बिहार की राजनीति में शनिवार को उस वक्त नया उबाल आ गया जब कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य सरकार और खासकर नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के मंत्री नकली दवा सप्लाई मामले में दोषी पाए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें न केवल बर्खास्त नहीं किया गया, बल्कि वे अब भी बेखौफ तरीके से मंत्री पद पर बने हुए हैं।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “पहले जब किसी नेता पर आरोप लगता था या अदालत में दोष सिद्ध होता था, तो वह लोक लाज के कारण स्वयं इस्तीफा दे देता था। लेकिन अब स्थिति यह हो गई है कि मंत्री संरक्षण पाकर खुलेआम कुर्सी से चिपके हुए हैं। जीवेश मिश्रा इस बात के उदाहरण हैं कि अब सत्ता के संरक्षण में भ्रष्टाचार कैसे फल-फूल रहा है।”
नकली दवा सप्लाई का गंभीर आरोप
प्रवक्ता ने दावा किया कि स्वास्थ्य विभाग और संबंधित एजेंसियों की जांच में यह साफ हो गया है कि मंत्री जीवेश मिश्रा की संलिप्तता नकली दवाओं की आपूर्ति में पाई गई है। उन्होंने सरकार से यह भी पूछा कि "अगर मंत्री दोषी नहीं हैं, तो सरकार इस पूरे मामले की न्यायिक जांच क्यों नहीं करवा रही?"
नीतीश सरकार की चुप्पी पर सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि "नीतीश जी, आप हर मंच पर नैतिकता की बात करते हैं, लेकिन आपकी सरकार में मंत्री पर ऐसे गंभीर आरोप लगते हैं और आप मौन रहते हैं? क्या यही है आपका सुशासन?"
"लोक लाज खत्म हो चुकी है"
सुप्रिया श्रीनेत ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि "अब नेताओं में कोई शर्म नहीं बची है। यह व्यक्ति (जीवेश मिश्रा) खुलेआम दोषी साबित होने के बावजूद कुर्सी पर बना हुआ है। अगर उनमें थोड़ी भी नैतिकता होती तो वे खुद ही इस्तीफा दे देते।"
विपक्षी दलों का मिला समर्थन
कांग्रेस की इस प्रेस वार्ता के बाद अन्य विपक्षी दलों ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा। राजद और वाम दलों ने सुप्रिया श्रीनेत के आरोपों को गंभीर बताते हुए राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि "अगर सरकार में थोड़ी भी संवेदनशीलता बची है तो ऐसे मंत्री को तुरंत हटाया जाना चाहिए।"
सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार
इस पूरे प्रकरण पर अब तक मंत्री जीवेश मिश्रा या सरकार की ओर से कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि भाजपा सूत्रों का कहना है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, इसलिए झूठे आरोप लगा रही है।