मधुबनी: प्राइवेट बस स्टैंड के पास देर रात भीषण आग, 15 दुकानें राख
बिहार के मधुबनी शहर में देर रात प्राइवेट बस स्टैंड के समीप भीषण आग लगने से भारी तबाही मच गई। आग की शुरुआत स्थानीय निवासी मसूद अनवर उर्फ मिट्ठू के गैरेज से हुई, जो देखते ही देखते आसपास की करीब 15 दुकानों तक फैल गई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि आसपास के घरों और दुकानों के लोग रात के समय भागकर अपनी जान बचाने में जुट गए। आग की लपटें आसमान तक उठ रही थीं और स्थानीय लोग खुद से ही आग बुझाने का प्रयास कर रहे थे। दमकल विभाग को सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया।
दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि आग को काबू में करने में कई घंटे लग गए। दमकलकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक करीब 15 दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थीं। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि आग की शुरुआत मसूद अनवर के गैरेज से हुई थी, जिसमें पेट्रोल और अन्य ज्वलनशील सामग्री रखी हुई थी।
स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित दुकानदारों और नागरिकों के बीच सुरक्षा और राहत उपाय शुरू कर दिए हैं। प्रभावित दुकानदारों ने कहा कि उन्हें रात भर नींद नहीं आई और उनका पूरा सामान राख हो गया। उन्होंने प्रशासन से जल्द मुआवजे और सुरक्षा की मांग की है।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक रिपोर्ट में यह संकेत मिला है कि गैरेज में रखे ज्वलनशील पदार्थ और लापरवाही के चलते आग फैली। पुलिस ने मसूद अनवर उर्फ मिट्ठू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में इस तरह की भीषण आग से बचने के लिए नियमों का पालन करना और ज्वलनशील सामग्री को सुरक्षित स्थान पर रखना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते सावधानी बरती जाती, तो इतनी बड़ी तबाही टाली जा सकती थी।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि वह भविष्य में ऐसे क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों को और कड़ा करे। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड और आसपास के इलाकों में आग बुझाने के उपकरण और सुरक्षित दूरी तय करने की व्यवस्था आवश्यक है।
मधुबनी की यह घटना शहर में आग सुरक्षा और नियमों के पालन की गंभीर आवश्यकता को उजागर करती है। प्रशासन और दमकल विभाग की तत्परता से जानमाल की और बड़ी हानि को रोका जा सका, लेकिन आर्थिक नुकसान की भरपाई अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
स्थानीय मीडिया और नागरिक इस घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और प्रशासन से प्रभावितों को न्यायोचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। दमकल और पुलिस विभाग का कहना है कि सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।