"लगता है लालू यादव ने फिर सावन में मछली खाना शुरू कर दिया है" – वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र कुमार का तंज
लैंड फॉर जॉब घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के ताजा आदेश ने लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट को इस मामले में सुनवाई जारी रखने की इजाजत दे दी है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
इस फैसले पर वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र कुमार ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में चुटकी लेते हुए कहा –
"लगता है लालू यादव जी दोबारा सावन में मछली खाना शुरू कर दिए हैं।"
धीरेंद्र कुमार ने याद दिलाया कि एक समय जब लालू यादव जेल में थे, तब उन्होंने खुद स्वीकार किया था कि एक रात भोले बाबा उनके सपने में आए और उनसे मांस-मछली छोड़ने को कहा था। इसके बाद उन्होंने नॉन वेज खाना छोड़ दिया था।
अब जब उनके ऊपर दोबारा कानूनी शिकंजा कसता नजर आ रहा है, तो धीरेंद्र का कहना है कि शायद लालू जी फिर से वही सब खाने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश लालू परिवार के लिए राजनीतिक झटका है। यह वक्त उनके लिए पहले से ही चुनौतीपूर्ण चल रहा है और अब हाई कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई जारी रहने से कानूनी संकट और गहरा सकता है।
क्या है मामला?
लैंड फॉर जॉब घोटाले में आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए कुछ लोगों को रेलवे में नौकरी देने के बदले में उनसे जमीन ली गई थी। सीबीआई और ईडी इस मामले की जांच कर रही हैं। अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद दिल्ली हाई कोर्ट में इसकी सुनवाई फिर से शुरू होगी।
इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल पैदा कर दी है, और जेडीयू-आरजेडी गठबंधन के भीतर भी नई चर्चाओं को जन्म दिया है।