पूर्व मध्य रेल के 2200 किमी रूट पर ‘कवच’ प्रणाली लागू, रेलवे सुरक्षा और यात्री सुरक्षा में मजबूती
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पूर्व मध्य रेलवे के 2200 रूट किलोमीटर पर स्वदेशी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ लगाने की परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना का कुल अनुमानित खर्च 1,822 करोड़ रुपये है।
कवच प्रणाली से ट्रेन संचालन सुरक्षित
इस नई प्रणाली के लागू होने के बाद पटना, दानापुर, मुगलसराय और अन्य व्यस्त रूटों पर ट्रेन संचालन अधिक सुरक्षित होगा। कवच एक ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम है, जो ट्रेन टक्कर को रोकने के साथ-साथ आपात परिस्थितियों में स्वतः ब्रेक लगाने में सक्षम है।
रेल मंत्रालय का कहना है कि यह प्रणाली दुर्घटना की संभावना को काफी कम करेगी और ट्रेन संचालन को अधिक नियंत्रित एवं सुरक्षित बनाएगी।
मुख्य लाभ
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टकराव से बचाव: कवच प्रणाली ट्रेन के गति और दूरी का लगातार मॉनिटरिंग करती है और टक्कर की स्थिति में स्वतः ब्रेक लगाती है।
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आपात स्थिति में नियंत्रण: चालक की गलती या सिग्नल अनदेखी होने पर भी सिस्टम स्वतः प्रतिक्रिया करता है।
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व्यस्त रूटों पर सुरक्षा: पटना, दानापुर और मुगलसराय जैसे महत्वपूर्ण जंक्शन और व्यस्त रूटों पर यात्री और माल ट्रेन संचालन सुरक्षित रहेगा।
रेलवे सुरक्षा को मिलेगी मजबूती
पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि कवच प्रणाली के लागू होने से न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि माल ट्रेनों की भी सुरक्षित आवाजाही संभव होगी। यह कदम भारतीय रेलवे के सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
आगे की प्रक्रिया
परियोजना के तहत कवच प्रणाली की स्थापना कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से इसे सभी 2200 किलोमीटर रूट पर लागू किया जाएगा। इससे रेलवे के नेटवर्क में तकनीकी सुधार और आधुनिक सुरक्षा व्यवस्था का लाभ मिलेगा।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस स्वदेशी तकनीक के लागू होने से भारतीय रेलवे का सुरक्षा ढांचा मजबूत होगा और यह यात्रियों के लिए भरोसेमंद और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगा।