कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की छात्राओं को मिलेगी JEE-NEET की मुफ्त कोचिंग, हर हॉस्टल में लगेंगे स्मार्ट टीवी
बिहार सरकार ने राज्य की बेटियों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल की है। राज्य के 232 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाली 9वीं से 12वीं कक्षा की छात्राओं को अब जेईई (JEE) और नीट (NEET) जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग दी जाएगी। शिक्षा विभाग की इस योजना का उद्देश्य छात्राओं को उच्च शिक्षा और करियर के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना है।
इस योजना के तहत सभी हॉस्टलों में स्मार्ट टीवी लगाए जाएंगे ताकि छात्राएं ऑनलाइन कोचिंग का लाभ ले सकें। कुल 23,200 छात्राएं इस सुविधा से लाभान्वित होंगी। सरकार ने इस योजना के लिए 3 करोड़ 48 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है, जो स्मार्ट टीवी की खरीद और तकनीकी व्यवस्था पर खर्च की जाएगी। स्मार्ट टीवी के जरिए छात्राओं को विषय विशेषज्ञों के माध्यम से उच्च गुणवत्ता की तैयारी सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
शिक्षा में डिजिटल क्रांति की ओर कदम
बिहार शिक्षा विभाग का यह कदम राज्य की शिक्षा व्यवस्था में डिजिटल साधनों के उपयोग की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों की छात्राएं जो अब तक जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं की तैयारी से वंचित रहती थीं, उन्हें अब बराबरी का अवसर मिलेगा। स्मार्ट टीवी के माध्यम से लाइव क्लास, रिकॉर्डेड वीडियो लेक्चर और प्रैक्टिस टेस्ट जैसी सुविधाएं दी जाएंगी, जिससे छात्राओं की तैयारी अधिक प्रभावी और समृद्ध होगी।
लड़कियों की उच्च शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मुख्य रूप से सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की लड़कियों के लिए संचालित किए जाते हैं। इन विद्यालयों में पढ़ने वाली अधिकांश छात्राएं ग्रामीण पृष्ठभूमि से आती हैं और उन्हें कोचिंग जैसी सुविधाएं निजी स्तर पर मिलना मुश्किल होता है। अब सरकार की इस पहल से उन्हें राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का अवसर मिलेगा, जिससे वे मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे प्रतिष्ठित क्षेत्रों में प्रवेश पा सकेंगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणाओं की कड़ी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा को प्राथमिकता देने वाले मुख्यमंत्रियों में गिने जाते हैं। हाल के दिनों में उन्होंने आशा और ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी, स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना और डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने की कई घोषणाएं की हैं। यह नई योजना भी इसी दिशा में एक और ठोस कदम है।