शिवहर में इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना: जमीन पर मिली नवजात बच्ची, मां की गोद से पहले ही छूटी दुनिया
एक बार फिर एक बेटी को मां की गोद के बदले जमीन मिली है। कड़ाके की ठंड के बीच श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के रामवन रोहुआ चमैनिया गांव में घास के टीले पर दो महीने की बच्ची लावारिस हालत में मिली। गांव की कुछ युवतियों ने बच्ची को गोद में लेकर उसे सहारा दिया। कुछ युवतियों ने उसे दूध भी पिलाया। श्यामपुर पंचायत के मुखिया प्रकाश कुंवर उर्फ गोलू से सूचना मिलने पर श्यामपुर भटहां थाना प्रभारी सुनील कुमार मौके पर पहुंचे और बच्ची को सुरक्षित अपने कब्जे में ले लिया। इस बीच, बच्ची की पहचान कर उसे जल्द से जल्द उसके परिवार से मिलाने की कोशिश शुरू कर दी गई है। फिलहाल बच्ची पूरी तरह सुरक्षित है। माना जा रहा है कि किसी ने उसे जानबूझकर वहां छोड़ दिया। 15 दिनों में बच्ची के बरामद होने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले पिपराही थाना क्षेत्र के डुब्बाघाट पुल के नीचे बागमती नदी के किनारे छह से सात साल की बच्ची लावारिस हालत में मिली थी। बच्ची चार दिनों से पुल के नीचे पड़ी थी। बाद में लोगों की सूचना पर डायल 112 टीम की मदद से चौकीदार बच्ची को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
चौकीदार ने अज्ञात माता-पिता के खिलाफ थाने में FIR दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस को अभी तक बच्ची के माता-पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। इस बीच यह दूसरी बच्ची मिल गई है।
गांव वालों और पुलिस प्रशासन की तत्परता से बच्ची सुरक्षित है। लेकिन इन दोनों मामलों ने यह साफ कर दिया है कि बेटियां आज भी बोझ हैं। वरना उन्हें मां की गोद की जगह घास का टीला और नदी का किनारा नहीं मिलता।