एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में असम से ड्रग्स तस्करी करने वाले गिरोह के 4 सदस्य गिरफ्तार, 90 ग्राम हेरोइन-स्मैक बरामद
एसटीएफ, पटना पुलिस और रेल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में असम से ड्रग्स तस्करी करने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में एक पति-पत्नी भी शामिल है। इनके कब्जे से कुल 90 ग्राम हेरोइन और स्मैक बरामद हुई है। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपने नेटवर्क और अन्य सदस्यों के नाम बताए, जिनकी तलाश जारी है।
गिरोह की कार्यप्रणाली
पुलिस के अनुसार यह गिरोह असम से ड्रग्स लाकर पटना और वैशाली जिलों में सप्लाई करता था। आरोपियों ने बरामद मादक पदार्थों का खुलासा करते हुए बताया कि वे मुख्य रूप से रेल मार्ग और सड़क मार्ग का उपयोग करके अवैध मादक पदार्थों का परिवहन करते थे। गिरोह का नेटवर्क विस्तृत था और शहरों तथा कस्बों में ड्रग्स की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए कई सदस्य जिम्मेदार थे।
पुलिस की कार्रवाई और पूछताछ
एसटीएफ और पटना पुलिस ने लंबे समय से खुफिया जानकारी के आधार पर इस गिरोह पर नजर रखी हुई थी। सोमवार को संयुक्त छापेमारी के दौरान आरोपी पकड़ में आए और उनके पास से हेरोइन व स्मैक बरामद हुई। पूछताछ में यह पता चला कि गिरोह में और भी सदस्य शामिल हैं, जिनके खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से और साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं, ताकि उनके नेटवर्क का पूरी तरह भंडाफोड़ किया जा सके।
सामाजिक और कानूनी महत्व
यह गिरफ्तारी पटना और वैशाली में ड्रग्स की सप्लाई रोकने में मदद करेगी और नशे के खतरों से युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें मादक पदार्थों की तस्करी या बिक्री की जानकारी मिले तो तुरंत सूचना दें।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाई न केवल अपराधियों को सख्त संदेश देती है, बल्कि नशे की समस्या से निपटने और समाज में सुरक्षा बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बिहार में हाल के वर्षों में नशे के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने ऐसे गिरोहों पर विशेष निगरानी रखी है।
भविष्य की योजनाएं
पुलिस की टीम अब अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी और गिरोह के नेटवर्क को पूरी तरह से उजागर करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही, स्थानीय प्रशासन और पुलिस के संयुक्त अभियान से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ड्रग्स की तस्करी पर रोक लगे और समाज में बच्चों व युवाओं की सुरक्षा बनी रहे।
पटना पुलिस और एसटीएफ की यह कार्रवाई राज्य में मादक पदार्थों के खिलाफ कड़ी सख्ती का संदेश देती है और नशे के खिलाफ सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।