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'हिम्मत है तो इस्तीफा दें मोदी-शाह...' वायरल वीडियो में देखिये BJP के दिग्गजों को कन्हैया कुमार की खुली चुनौती

 

देश की राजनीति में एक बार फिर गरमाहट देखने को मिली है, जब कांग्रेस नेता और पूर्व जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके शीर्ष नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को खुलेआम चुनौती दे डाली – "हिम्मत है तो मोदी-शाह इस्तीफा दें!"इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कन्हैया कुमार ने न सिर्फ भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाए, बल्कि सीधे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर वे सच में लोकतंत्र के पैरोकार हैं, तो जनता की अदालत में दोबारा जाएं और अपने इस्तीफे दें।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/53oNh2LN7Ck?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/53oNh2LN7Ck/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="‘हिम्मत है तो मोदी-शाह इस्तीफा दें!’ | Kanhaiya Kumar का BJP को खुला चैलेंज | Bihar Election 2025" width="1250">

सत्ता के घमंड पर कन्हैया का प्रहार
कन्हैया कुमार ने अपने भाषण में आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पिछले एक दशक में जनता को सिर्फ सपने बेचने का काम किया है। उन्होंने कहा कि "नौजवानों को रोजगार नहीं मिला, किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई, और महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। ऐसे में अगर सरकार अपने वादों में फेल रही है, तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।"उन्होंने कहा कि सत्ता में रहकर सरकार प्रचार तंत्र के सहारे झूठ को बार-बार दोहराकर उसे सच में बदलना चाहती है, लेकिन अब जनता जाग चुकी है।

“आपने क्या किया?” का जवाब
कन्हैया ने भाजपा के उस हमले का भी जवाब दिया जिसमें विपक्ष से बार-बार पूछा जाता है – "आपने क्या किया?" उन्होंने कहा, "हमने संविधान बचाने की लड़ाई लड़ी है, नफरत के खिलाफ मोहब्बत का पैगाम दिया है, और सत्ता के घमंड को चुनौती दी है। हम कोई कुर्सी के भूखे नहीं हैं, हम जनता की आवाज हैं।"

राहुल गांधी और विपक्षी एकता का बचाव
कन्हैया कुमार ने राहुल गांधी और विपक्षी गठबंधन का भी मजबूती से समर्थन किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिस भारत जोड़ो यात्रा पर निकले थे, वह सिर्फ एक पदयात्रा नहीं थी, बल्कि यह देश में फैलाई जा रही नफरत और विभाजन के खिलाफ एक ऐतिहासिक पहल थी। "भारत जोड़ो यात्रा ने दिखाया कि आज भी सच्चाई, साहस और सेवा की राजनीति ज़िंदा है।"विपक्षी एकता पर बोलते हुए कन्हैया ने कहा कि "BJP को तभी डर लगता है जब सारे विपक्षी दल एकजुट होकर लोकतंत्र की रक्षा की बात करते हैं।"

BJP की प्रतिक्रिया
कन्हैया कुमार के इस बयान पर अभी तक भाजपा की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नेता केवल सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसे भड़काऊ बयान दे रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर यह बयान वायरल हो चुका है, और समर्थक-विरोधी दोनों खेमों में तीखी बहस छिड़ गई है।