सिमुलतला मालगाड़ी हादसे के 56 घंटे बाद भी ठप हावड़ा–नई दिल्ली रेल मार्ग, ठंड में फंसे यात्री बेहाल
बिहार के सिमुलतला में हुए मालगाड़ी हादसे (Bihar Train Accident) के 56 घंटे बाद भी हावड़ा–नई दिल्ली मुख्य रेल मार्ग पर रेल परिचालन पूरी तरह ठप है। देश के सबसे व्यस्त रेल रूट में शामिल इस मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही बंद होने से हजारों यात्री कड़ाके की ठंड में विभिन्न स्टेशनों पर फंसे हुए हैं। यात्रियों को न केवल लंबा इंतजार करना पड़ रहा है, बल्कि बुनियादी सुविधाओं के अभाव से भी जूझना पड़ रहा है।
हादसे के बाद से दानापुर, पटना, जमुई, गया, धनबाद और आसनसोल जैसे प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा है। ठंड बढ़ने के बावजूद कई स्टेशनों पर पर्याप्त कंबल, हीटर, पीने का पानी और भोजन की व्यवस्था नहीं हो पाई है। यात्री फर्श पर बैठकर या प्लेटफॉर्म पर लेटकर रात गुजारने को मजबूर हैं।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि दुर्घटनाग्रस्त मालगाड़ी के क्षतिग्रस्त डिब्बे और पटरी पर बने खतरे को पूरी तरह समाप्त किए बिना परिचालन शुरू करना जोखिम भरा हो सकता है। रेलवे ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए स्पष्ट किया है कि जल्दबाजी में ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया जाएगा। हालांकि, इस निर्णय से यात्रियों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
रेलवे के अनुसार, हादसे में मालगाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतरकर आपस में बुरी तरह फंस गए हैं। उन्हें हटाने और ट्रैक की मरम्मत में भारी मशीनरी और तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। अधिकारियों का दावा है कि ट्रैक पूरी तरह सुरक्षित घोषित होने के बाद ही यात्री और मालगाड़ियों का परिचालन बहाल किया जाएगा।
इधर, यात्रियों में रेलवे की व्यवस्थाओं को लेकर गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। कई यात्रियों ने आरोप लगाया कि उन्हें न तो ट्रेनों के रद्द होने की स्पष्ट जानकारी मिल रही है और न ही वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में समय पर सूचित किया जा रहा है। मोबाइल फोन चार्ज करने, शौचालय और साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं की भी भारी कमी सामने आई है।
बुजुर्ग, महिलाएं और छोटे बच्चों के लिए यह स्थिति और भी ज्यादा मुश्किल बन गई है। ठंड और लंबे इंतजार के कारण कई यात्री बीमार पड़ने की शिकायत भी कर रहे हैं। हालांकि रेलवे प्रशासन का कहना है कि राहत और सहायता के लिए स्टेशनों पर अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया गया है और जहां संभव हो वहां भोजन व पानी की व्यवस्था की जा रही है।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले ट्रेन की स्थिति की जानकारी अवश्य लें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। साथ ही, यह भी कहा गया है कि ट्रैक बहाली का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है और जल्द से जल्द परिचालन सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा है।