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गोपालगंज की दिव्यांग मनीषा कुमारी को शादी के 10 दिन बाद मिला धोखा, पुलिस से न्याय की गुहार

 

बिहार के गोपालगंज जिले की एक दिव्यांग महिला, मनीषा कुमारी, जिन्होंने सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर अपनी जिंदगी की मुश्किलों को आसान किया, आज खुद एक बड़े धोखे का शिकार हो गई हैं। मनीषा कुमारी के साथ हुए इस धोखाधड़ी के मामले ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया है। उनकी शादी के महज 10 दिनों बाद उनका पति अक्षय चौरसिया उन्हें धोखा देकर लाखों रुपये और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया।

शादी के कुछ दिन बाद धोखा
मनीषा कुमारी ने अक्षय चौरसिया पर भरोसा कर शादी की थी, लेकिन यह भरोसा उन्हें बहुत भारी पड़ा। शादी के बाद कुछ ही दिनों में मनीषा को यह एहसास हुआ कि उनका पति धोखा दे चुका है। 10 दिनों के भीतर ही, अक्षय चौरसिया ने मनीषा के साथ विश्वासघात किया और घर में रखी लाखों रुपये की नगदी और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। मनीषा की यह स्थिति ऐसी थी कि वे न तो अपने पति के बारे में कुछ समझ पाईं और न ही वह उसे रोक पाईं।

पुलिस में शिकायत और न्याय की उम्मीद
मनीषा कुमारी ने इस घटना के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि उन्होंने जो विश्वास किया, वही उनके लिए सबसे बड़ा धोखा साबित हुआ। वह अब अपने पति को गिरफ्तार करने की मांग कर रही हैं, ताकि उन्हें न्याय मिल सके। मनीषा ने पुलिस से आग्रह किया है कि वह उनके साथ हुए इस धोखाधड़ी के मामले में जल्द कार्रवाई करें, ताकि उनका पति सजा पाए और वह अपनी खोई हुई संपत्ति वापस पा सकें।

सोशल मीडिया पर कमाती हैं पैसे
मनीषा कुमारी को सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर पैसे कमाने का अच्छा खासा अनुभव है। दिव्यांग होने के बावजूद उन्होंने आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अपनी मेहनत और समर्पण से कई लोगों के दिलों में जगह बनाई। अब यह घटना उनके लिए जीवन की सबसे कठिन चुनौतियों में से एक बन चुकी है। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उनका विश्वास किसी के लिए सिर्फ एक मौका बनेगा, लेकिन अब वह इससे उबरने की कोशिश कर रही हैं।

समाज में बढ़ता विश्वासघात
यह घटना समाज में बढ़ते विश्वासघात और धोखाधड़ी की ओर भी इशारा करती है। मनीषा जैसे लोग समाज में संघर्ष कर रहे हैं और अगर ऐसे लोग धोखाधड़ी का शिकार होते हैं, तो यह एक गंभीर मुद्दा है। मनीषा की इस घटना ने यह साबित किया कि ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के बाद भी धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, उन्हें भी सही रास्ता और संरक्षण मिलना जरूरी है।