गोपाल खेमका हत्याकांड, आरोपी राजा का पुलिस एनकाउंटर, फायरिंग में मारा गया हथियार सप्लायर
राजधानी पटना में चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच में एक बड़ी कार्रवाई हुई है। मंगलवार सुबह (08 जुलाई, 2025) को पुलिस ने इस मामले के एक अहम आरोपी राजा का एनकाउंटर कर दिया। राजा पर आरोप था कि उसने हत्याकांड में शामिल शूटर उमेश को हथियार उपलब्ध कराए थे।
इस एनकाउंटर के साथ ही खेमका हत्याकांड की गुत्थी और गहराती जा रही है, जबकि पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों से केस तेजी से खुलता दिख रहा है।
🔴 कैसे हुआ एनकाउंटर?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्याकांड की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को सूचना मिली थी कि आरोपी राजा पटना के बाहरी इलाके में छिपा हुआ है। पुलिस की टीम जैसे ही दबिश देने पहुंची, राजा ने पुलिस पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस को भी गोलियां चलानी पड़ीं, जिसमें राजा मारा गया।
🔫 राजा की भूमिका क्या थी?
जांच में सामने आया है कि राजा इस हत्याकांड में एक अहम कड़ी था। उसने ही शूटर उमेश को हथियार, गोलियां और जरूरी लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराया था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया:
"राजा न केवल हथियार सप्लाई करता था, बल्कि अपराधियों का नेटवर्क भी संचालित करता था। हत्याकांड की साजिश में उसकी भूमिका बहुत स्पष्ट है।"
📌 SIT और STF का संयुक्त ऑपरेशन
यह एनकाउंटर SIT और STF द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए ऑपरेशन का हिस्सा था। खेमका हत्याकांड के बाद से ही पुलिस प्रशासन पर भारी दबाव था, और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए हर स्तर पर कार्रवाई की जा रही है।
🗣️ खेमका परिवार और व्यापारियों में संतोष
एनकाउंटर की खबर मिलते ही गोपाल खेमका के परिवार और पटना के व्यापारिक वर्ग ने राहत की सांस ली। लगातार बढ़ते अपराधों को लेकर व्यापारी संगठनों ने राज्य सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की थी।
📋 आगे की कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि अभी कई और आरोपी पकड़ से बाहर हैं। एनकाउंटर में मारे गए राजा के मोबाइल और अन्य उपकरणों से डिजिटल सबूत जुटाए जा रहे हैं, ताकि पूरे नेटवर्क को तोड़ा जा सके।