बिहार में फिर मंडराया बाढ़ का खतरा, गंगा समेत कई नदियां खतरे के निशान के पार
बिहार में मानसून सक्रिय हो गया है और राज्य की प्रमुख नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। गंगा, बूढ़ी गंडक और पुनपुन नदियों का जलस्तर रविवार को कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गया, जिससे राज्य के कई जिलों में बाढ़ का संकट गहराने लगा है।
पटना में दीघाघाट और गांधीघाट पर गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। फतुहा, मनेर, बख्तियारपुर और दानापुर जैसे निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करना पड़ रहा है।
हालांकि, बक्सर में गंगा का जलस्तर अभी भी 53 सेंटीमीटर नीचे है, लेकिन जलप्रवाह की दिशा और रफ्तार को देखते हुए स्थिति किसी भी समय बदल सकती है।
मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया और पटना समेत कई जिलों में नदियों के किनारे बसे गांवों में प्रशासन ने चौकसी बढ़ा दी है और राहत व बचाव कार्य के लिए टीमें अलर्ट पर हैं।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने नावों की व्यवस्था, अस्थायी शिविरों की तैयारी और स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता के निर्देश जारी किए हैं।
स्थिति गंभीर, प्रशासन अलर्ट
बिहार जल संसाधन विभाग के अनुसार, लगातार बारिश और नेपाल से आने वाली नदियों के जलप्रवाह के कारण अगले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं। विभाग ने सभी जिलों के अधिकारियों को चौकन्ना रहने और जलभराव वाले क्षेत्रों में त्वरित राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।