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सड़क की जगह खेत, किसानों ने जर्जर सड़क पर धान रोप कर जताया विरोध

 

बिहार के लखीसराय जिले में प्रशासनिक उपेक्षा और जमीनी हकीकत के खिलाफ किसानों ने अनोखा और प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराया है। जिले के बड़हिया प्रखंड अंतर्गत गिरधर से मनोहरपुर तक की सड़क की बदहाल स्थिति से त्रस्त होकर किसानों ने धरना या ज्ञापन देने की बजाय सीधे सड़क को ही खेत बना डाला। उन्होंने सड़क पर मौजूद गड्ढों और कीचड़ भरी जमीन में धान की रोपाई कर यह दिखा दिया कि अब यह मार्ग सड़क नहीं, दलदल बन चुकी है।

विरोध का अनोखा तरीका बना चर्चा का विषय

यह विरोध प्रदर्शन सोमवार को उस वक्त सामने आया जब दर्जनों किसान हाथ में धान की पौध लिए गिरधर-मनोहरपुर मार्ग पर पहुंचे और सड़क के गड्ढों में पानी भरकर धान लगाना शुरू कर दिया। कुछ किसान खेत की तरह उसमें हल चलाने का प्रदर्शन भी करने लगे। यह दृश्य जिसने भी देखा, अचरज में पड़ गया। सड़क पर धान रोपते हुए किसानों ने कहा:

“सरकार और प्रशासन को जब तक इस सड़क की दुर्दशा दिखाई नहीं देगी, तब तक वे सुध नहीं लेंगे। इसलिए हमने सड़क को ही खेत बना दिया, ताकि उन्हें इसकी वास्तविकता समझ में आए।”

वर्षों से मरम्मत की बाट जोह रही है सड़क

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, गिरधर से मनोहरपुर तक का यह मार्ग वर्षों से जर्जर स्थिति में है। बारिश के दिनों में यह सड़क एक दलदली रास्ते में तब्दील हो जाती है, जिससे लोगों का निकलना दूभर हो जाता है। स्कूली बच्चों से लेकर मरीज और दुपहिया वाहन सवार तक आए दिन फिसलकर गिरते हैं।

किसानों और ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन को शिकायत पत्र, ज्ञापन और अनुरोध पत्र दिए, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन ही मिला, कार्रवाई नहीं

प्रशासन की चुप्पी और जनता की नाराजगी

किसानों की इस अनोखी कार्रवाई ने स्थानीय प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। अब तक प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, जिससे ग्रामीणों में और भी आक्रोश देखने को मिल रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही इस सड़क की मरम्मत नहीं की गई, तो वे प्रदर्शन को और व्यापक रूप देंगे। कुछ ग्रामीणों ने यह भी कहा कि वे आगामी विधानसभा और पंचायत चुनाव में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएंगे

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

किसानों के इस अनोखे विरोध का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। सैकड़ों लोग इस पहल की प्रशंसा कर रहे हैं, तो वहीं कई लोगों ने यह भी लिखा कि यह दृश्य बिहार की विकास योजनाओं की सच्चाई को उजागर करता है।