भागलपुर में ई रिक्शा चालक का मर्डर, घर से मॉर्निंग वॉक पर निकला था, सड़क पर मिली लाश
बिहार के भागलपुर में मंगलवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। साहिबगंज में एक युवक की खून से लथपथ लाश उसके घर से थोड़ी दूरी पर मिली, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। मरने वाले की पहचान 25 साल के कुंदन कुमार के तौर पर हुई है, जो कमलेश यादव का बेटा था और ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का गुज़ारा करता था।
रोज की तरह कुंदन सुबह की सैर के लिए निकला था। कुछ देर बाद, आस-पास के लोगों ने उसकी लाश सड़क किनारे पड़ी देखी। पता चला है कि कुंदन पर बेरहमी से हमला किया गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शुरुआती जांच में पता चला है कि युवक की हत्या किसी धारदार हथियार से नहीं की गई, बल्कि उसे पीट-पीटकर मारा गया। हत्या के बाद, आरोपियों ने लाश को सड़क किनारे फेंक दिया और मौके से फरार हो गए।
आस-पास के लोगों से सूचना मिलने पर यूनिवर्सिटी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, लाश को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। इस बीच, मरने वाले के परिवार में कोहराम मच गया। कुंदन के भाई ने अपने पड़ोसी शंकर महतो पर हत्या का आरोप लगाया है। परिवार वालों का कहना है कि कुंदन की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, न ही उसका किसी से कोई झगड़ा था। हालांकि, परिवार का शक सीधे शंकर महतो की तरफ जा रहा है। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शंकर महतो की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है।
सूचना मिलने पर सिटी DSP अजय कुमार चौधरी, फोरेंसिक टीम और यूनिवर्सिटी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। फोरेंसिक एक्सपर्ट्स ने आसपास के इलाके से सबूत इकट्ठा किए, जबकि पुलिस ने मौके को घेरकर सुराग ढूंढना शुरू कर दिया। जांच टीम ने बॉडी की हालत, आस-पास मिले निशान और संभावित हथियारों के आधार पर हत्या की प्रक्रिया को समझने की कोशिश की।
पुलिस CCTV फुटेज की जांच कर रही है
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्या का मकसद अभी साफ नहीं है, लेकिन कुछ अहम सुराग मिले हैं जिनसे जल्द ही दोषियों तक पहुंचा जा सकता है। इलाके में लगे CCTV कैमरों की फुटेज भी जांची जा रही है।
कुंदन पांच भाइयों में दूसरे नंबर का था और परिवार की ज्यादातर आर्थिक जिम्मेदारियां उसी पर थीं। उसकी मौत से परिवार में गहरा दुख है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि पूरा मामला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा और दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाएगी।