पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में जल संसाधन के अहम मुद्दों पर बनी सहमति, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच समझौता
पटना स्थित सिंचाई भवन में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 27वीं बैठक के महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी दी। यह बैठक 10 जुलाई 2025 को रांची में हुई थी, जिसकी अध्यक्षता भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने की थी।
बैठक में प्रमुख निर्णय
पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की इस बैठक में बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच जल संसाधन से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में वर्षों से लंबित जल विवादों को लेकर एक सहमति बनी, जो अब इन तीनों राज्यों के बीच जल संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
मंत्री विजय कुमार चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस बैठक में सिंचाई परियोजनाओं, नदी प्रबंधन, और जल वितरण को लेकर कई निर्णय लिए गए हैं। खासतौर पर, कृषि सिंचाई के लिए पानी के उचित वितरण और नदी संरक्षण के लिए नए उपायों पर सहमति बनी है।
जल संसाधन के बेहतर प्रबंधन पर जोर
विजय कुमार चौधरी ने कहा कि इस बैठक में जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन और उपयोग के लिए व्यापक योजनाएं बनाई गईं, ताकि आने वाले समय में इन तीनों राज्यों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही, जल संकट के समाधान और नदियों के संरक्षण के लिए साझा प्रयासों को भी प्राथमिकता दी गई है।
बैठक के परिणाम
इस बैठक के परिणामस्वरूप, झारखंड और पश्चिम बंगाल के साथ बिहार के जल संसाधन मुद्दों पर अब सहमति बन चुकी है, जो इन राज्यों के विकास और जल प्रबंधन के लिए एक नया रास्ता खोलेगा। आने वाले समय में, इस समझौते के तहत जल संरक्षण और सिंचाई सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा, जो विशेष रूप से कृषि और ग्रामीण विकास में सहायक होगा।
राजनीतिक दृष्टिकोण
पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक का राजनीतिक दृष्टिकोण भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे तीनों राज्यों के बीच सहयोग और सामंजस्य को बढ़ावा मिलेगा। गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक ने यह साफ कर दिया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर जल संसाधन के मुद्दों पर सकारात्मक हल निकालने की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं।