शराबी ने आरा सदर अस्पताल में मचाया हंगामा, इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर से की बदसलूकी
बिहार के भोजपुर जिले स्थित आरा सदर अस्पताल में बुधवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक नशे में धुत व्यक्ति ने इमरजेंसी वार्ड में पहुंचकर डॉक्टर के चेंबर में जमकर हंगामा किया। यह घटना अस्पताल परिसर में मौजूद अन्य मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए काफी तनावपूर्ण रही। शराबी की हरकतों से न केवल इलाज में बाधा उत्पन्न हुई बल्कि डॉक्टरों और अस्पताल कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार की सुबह एक शराबी व्यक्ति एक मरीज को लेकर इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए पहुंचा। डॉक्टरों द्वारा मरीज की स्थिति समझने और उचित इलाज शुरू करने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन इसी दौरान शराबी व्यक्ति ने डॉक्टर से बदतमीजी शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उसने डॉक्टर पर चिल्लाना शुरू कर दिया और बात-बात में गाली-गलौज करने लगा। डॉक्टर द्वारा संयम बरतते हुए उसे शांत करने की कोशिश की गई, लेकिन शराबी ने उल्टे डॉक्टर के चेंबर में तोड़फोड़ करने की कोशिश की।
घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन ने तत्काल सुरक्षा कर्मियों को मौके पर बुलाया। सुरक्षाकर्मियों की मदद से शराबी को किसी तरह काबू में किया गया और बाहर निकाला गया। इस पूरे घटनाक्रम से मरीजों और उनके परिजनों में दहशत का माहौल बन गया।
डॉक्टरों ने इस घटना को बेहद निंदनीय बताया है और अस्पताल प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग की है। एक डॉक्टर ने बताया कि "हम दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं। ऐसे में अगर अस्पताल के अंदर ही हमारी सुरक्षा खतरे में पड़ जाए, तो यह न सिर्फ हमारे लिए चिंता की बात है बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र के लिए भी एक चेतावनी है।"
अस्पताल प्रबंधन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस को सूचित किया है। पुलिस ने शराबी को हिरासत में ले लिया है और जांच शुरू कर दी है कि वह कहां से और किस तरह शराब पीकर अस्पताल पहुंचा। गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी लागू है, इसके बावजूद ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जो कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन अस्पतालों में इस तरह के उत्पात की घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। इस घटना के बाद एक बार फिर बिहार में शराबबंदी की प्रभावशीलता और अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बहस तेज हो गई है।
अस्पताल प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए इमरजेंसी वार्ड में सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाई जाएगी और सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी को सुदृढ़ किया जाएगा।