Bihar में वजन रसीद भेजने के बाद गायब हुआ चालक, दो घंटे बाद ट्रक पर मिला शव
बिहार के छपरा जिले में सड़क बनाने के दौरान एक ट्रक ड्राइवर की रहस्यमयी मौत से इलाके में काफी चर्चा है। देर रात हुई इस घटना से कंस्ट्रक्शन साइट पर अफरा-तफरी मच गई और मृतक के परिवार में मातम छा गया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के शिकारगंज थाना क्षेत्र के चकिया गांव के रहने वाले राजेश कुमार के बेटे 31 साल के सतीश कुमार के रूप में हुई है।
घटना तरैया थाना क्षेत्र के रजवाड़ा गांव में एक सड़क बनाने वाले प्लांट में हुई बताई जा रही है। सतीश कुमार का शव उसके ट्रक के ऑयल टैंक पर औंधे मुंह पड़ा मिला। खबरों के मुताबिक, सतीश कुमार उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चुनार से JCB मशीन लोड करके छपरा के रजवाड़ा प्लांट पहुंचा था।
प्लांट में ट्रक का वजन करने के बाद उसे करीब एक किलोमीटर दूर सारण डैम पर सामान उतारने के लिए भेजा गया। सामान उतारने के बाद ड्राइवर प्लांट लौटा, खाली ट्रक का वज़न करवाया और WhatsApp से गाड़ी के मालिक को रसीद भेजी। फिर उसने ट्रक को प्लांट गेट के पास खड़ा कर दिया।
जब करीब दो घंटे तक ड्राइवर का कहीं पता नहीं चला, तो प्लांट के कर्मचारियों ने उसे ढूंढना शुरू किया। इसी बीच, उसका शव ट्रक के ऑयल टैंक पर पड़ा मिला। इसके बाद स्थानीय लोगों ने तरैया थाने को सूचना दी। थाना प्रभारी (SHO) धीरज कुमार पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। ज़रूरी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया गया। सड़क बनाने का काम श्रीराम एंटरप्राइजेज कर रही है।
घटना की खबर मिलते ही मृतक के पिता एक पड़ोसी के साथ तरैया थाने पहुंचे। बेटे की मौत की खबर सुनकर वे टूट गए। मृतक की पत्नी संतरा देवी, बेटी आकृति और छोटा भाई प्रदीप कुमार का रो-रोकर बुरा हाल है। थाना प्रभारी ने बताया कि ड्राइवर की मौत का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है। शव की कोहनी पर गहरे घाव हैं और चेहरा जला हुआ है। पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है। मौत का असली कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगा।