मछुआरा दिवस कार्यक्रम में शराब के नशे में पहुंचे जिला मत्स्य पदाधिकारी गिरफ्तार, भेजे गए न्यायिक हिरासत में
जिले में गुरुवार को मछुआरा दिवस के अवसर पर टाउन हॉल में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में उस समय हंगामा मच गया जब जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभू कुमार शराब के नशे की हालत में कार्यक्रम में पहुंच गए। उनकी हरकतों और व्यवहार से आयोजकों और उपस्थित अधिकारियों में असहजता फैल गई। कार्यक्रम खत्म होने के कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और मेडिकल जांच के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, जब शंभू कुमार कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, तब उनकी चाल और बातचीत से यह स्पष्ट हो गया कि वे नशे में हैं। आयोजन के दौरान उनके व्यवहार में लापरवाही और अनुशासनहीनता साफ नजर आई। कार्यक्रम में जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और मछुआ समुदाय से जुड़े लोग मौजूद थे, ऐसे में उनके इस कृत्य ने सरकारी कार्यक्रम की गरिमा को ठेस पहुंचाई।
कार्यक्रम समाप्त होने के कुछ ही देर बाद अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों की शिकायत पर पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और शंभू कुमार को हिरासत में लेकर स्थानीय अस्पताल में मेडिकल जांच कराई। जांच रिपोर्ट में शराब के सेवन की पुष्टि होने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इस घटना के बाद प्रशासनिक महकमे में भी हलचल मच गई है। जिले के वरीय अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मत्स्य विभाग को घटना की पूरी जानकारी भेज दी है। उम्मीद की जा रही है कि विभागीय स्तर पर भी शंभू कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि ऐसे सरकारी अधिकारी, जो सार्वजनिक जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाह हैं और कानून की खुलेआम अवहेलना करते हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि अन्य अधिकारियों को भी संदेश मिले।
गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, जिसके तहत शराब का सेवन, खरीद और बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है। ऐसे में किसी सरकारी अधिकारी द्वारा सार्वजनिक स्थान पर नशे की हालत में पाया जाना न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि एक गंभीर अनुशासनहीनता भी है।
फिलहाल, शंभू कुमार की गिरफ्तारी के बाद जिला प्रशासन की छवि को भी आघात पहुंचा है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि राज्य सरकार और मत्स्य विभाग इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करते हैं।