×

लखीसराय के अशोक धाम में श्रावणी मेले का भव्य शुभारंभ, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और मंत्री शीला मंडल ने किया रुद्राभिषेक

 

श्रावण मास के पावन आरंभ के साथ ही लखीसराय स्थित सुप्रसिद्ध इंद्रधनेश्वर महादेव मंदिर, अशोक धाम में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। शुक्रवार को मंदिर परिसर में श्रावणी मेले का भव्य उद्घाटन हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़े।

इस विशेष अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और परिवहन मंत्री शीला मंडल ने विधिवत रुद्राभिषेक कर मेले का शुभारंभ किया। मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार, घंटियों की ध्वनि और ‘हर हर महादेव’ के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो उठा। श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति की शक्ति ने पूरे इलाके को शिवमय कर दिया।

प्रशासनिक अमला रहा मौजूद

इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, डीएसपी समेत कई वरीय अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने मेले की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सुविधाओं को लेकर तैयारियों की समीक्षा भी की।

उपमुख्यमंत्री ने कहा – “श्रद्धा और व्यवस्था का मेल है यह मेला”

डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा,
“अशोक धाम सिर्फ लखीसराय ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार की आस्था का केंद्र है। श्रावण मास में यहां लाखों शिवभक्तों का आगमन होता है और यह मेला श्रद्धा और व्यवस्था के संगम का प्रतीक है।” उन्होंने जिला प्रशासन और मंदिर समिति की तैयारियों की सराहना की और श्रद्धालुओं से संयम और सहयोग की अपील की।

परिवहन मंत्री ने की व्यवस्था की समीक्षा

परिवहन मंत्री शीला मंडल ने मंदिर तक आने-जाने वाले मार्गों की व्यवस्था, पार्किंग, ट्रैफिक नियंत्रण और बस सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो और श्रावणी मेले में सुरक्षा, सुविधा और सौहार्द बना रहे

भक्तों का उमड़ा जनसैलाब

श्रावण मास के पहले शुक्रवार को ही हजारों की संख्या में कांवरिया और स्थानीय श्रद्धालु इंद्रधनेश्वर महादेव के दर्शन और जलाभिषेक के लिए पहुंचे। दूर-दराज से आए श्रद्धालु पदयात्रा कर बाबा की नगरी पहुंचे और बाबा को गंगाजल अर्पित किया। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन, हवन-पूजन और विशेष अनुष्ठानों का आयोजन दिन भर चलता रहा।

सुरक्षा और सुविधा के चाक-चौबंद इंतजाम

प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष योजना बनाई गई है। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन से निगरानी, महिला सुरक्षा टीम, स्वास्थ्य शिविर, और जलपान केंद्रों की व्यवस्था की गई है।

श्रावण मास के पहले ही दिन अशोक धाम में उमड़ी श्रद्धा की भीड़ ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह स्थान बिहार के धार्मिक पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण केंद्र बना हुआ है। प्रशासन और सरकार के सहयोग से यह मेला ना केवल आस्था का पर्व बनेगा, बल्कि सामाजिक एकता और समरसता का भी संदेश देगा।