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DARBHANGA जिनका मन निर्मल हाेता है, वही प्रभु को पाता है : चंचला

 
बिहार न्यूज़ डेस्क !!! वृंदावन से आई कथा वाचिका चंचला चैतन्य गौड़ जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मनुष्य के कई जन्मों के पापों का क्षय हो जाता है। वामन अवतार के रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी कि दंभ तथा अंहकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता और यह भी बताया कि यह धनसंपदा क्षणभंगुर होती है। इसलिए इस जीवन में परोपकार करो। खबरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि,अहंकार, गर्व, घृणा और ईर्ष्या से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। यदि हम संसार में पूरी तरह मोहग्रस्त और लिप्त रहते हुए सांसारिक जीवन जीते है तो हमारी सारी भक्ति एक दिखावा ही रह जाएगी। भगवान को प्रिय हो वही करो, जो प्रभु का मार्ग हो उसे अपना लो, इस संसार में जन्म मरण से मुक्ति भगवान की कथा ही दिला सकती है बाबा बटेश्वरनाथ धाम परिसर सिंहवाड़ा में संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस की शुरुआत भागवत आरती विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई। जिनका मन निर्मल है वही प्रभु को प्राप्त कर सकता है।आपकी जानकारी के लिए बता दे की,  कथा के दौरान जिप सदस्य ओमप्रकाश ठाकुर व उनकी पत्नी निधि ठाकुर के अलावा पुत्री निधिमा व पुत्र आदित्य व युग ठाकुर ने कथा वाचिका को फूल माला,अंग वस्त्र व मिथिला का पाग पहनाकर सम्मानित कर आशीर्वाद लिया। कथा श्रवण के दौरान विधि व्यवस्था को लेकर पूजा कमिटी के अध्यक्ष मनोज चौधरी, रविंद्र भगत, शेखर बिहारी, पवन पांडेय, रिझन राय, कुमार अभिषेक, राजू राउत, राजेश राउत, रंजीत ठाकुर, निखिल ठाकुर, ज्ञानेंदु पांडेय, रामकुमार कुशवाहा, कृष्णकुमार झा सहित कई लोग उपस्थित थे।