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सीएम नीतीश कुमार ने पटना में किया 71 पुलिस वाहनों को रवाना, 91.27 करोड़ की आनंदपुरी नाला योजना का भी किया शिलान्यास

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राजधानी पटना में दो अहम योजनाओं की शुरुआत कर राज्य को बड़ी सौगात दी। पहली योजना के तहत उन्होंने 71 यातायात पुलिस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जबकि दूसरी योजना के अंतर्गत उन्होंने राजापुर पुल के पास 91.27 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 'आनंदपुरी नाला निर्माण योजना' का शिलान्यास किया।

इन दोनों कार्यक्रमों के माध्यम से मुख्यमंत्री ने न केवल राज्य के ट्रैफिक प्रबंधन को सुदृढ़ करने का संदेश दिया, बल्कि शहरी बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में भी एक अहम कदम उठाया।

यातायात व्यवस्था को मिलेगी मजबूती

मुख्यमंत्री ने सबसे पहले 71 पुलिस वाहनों को पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) और यातायात थानों के लिए रवाना किया। ये वाहन राज्यभर में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से खरीदे गए हैं।

सीएम नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा:

“बढ़ते ट्रैफिक और सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए हमें ट्रैफिक पुलिस को आधुनिक और मजबूत बनाना जरूरी है। ये वाहन सड़कों पर बेहतर नियंत्रण और निगरानी में सहायक होंगे।”

आनंदपुरी नाला निर्माण योजना का शिलान्यास

इसके बाद मुख्यमंत्री ने पटना के राजापुर पुल के पास 91.27 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 'आनंदपुरी नाला निर्माण योजना' का विधिवत शिलान्यास किया।

इस योजना के तहत आनंदपुरी क्षेत्र और इसके आसपास के इलाकों में बरसात के पानी की निकासी की समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा।
पटना के कई हिस्सों में हर साल बारिश के दौरान जलजमाव से लोग परेशान होते हैं, खासकर राजापुर, कंकड़बाग और राजेंद्र नगर जैसे इलाकों में।

इस योजना के निर्माण से न सिर्फ लोगों को जलजमाव से राहत मिलेगी, बल्कि शहर की स्वच्छता और जीवन स्तर में भी सुधार होगा।

मुख्यमंत्री ने दी ये बड़ी बातें

  • पुलिस व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम हो रहा है

  • नालों और सीवरेज सिस्टम को मजबूत करने की योजना पर विशेष ध्यान

  • विकास कार्यों में पारदर्शिता और समयबद्धता जरूरी

  • जनता की सुविधा और सुरक्षा सर्वोपरि

राजनीतिक संदेश भी स्पष्ट

विधानसभा चुनाव नजदीक होने के चलते नीतीश कुमार की ये घोषणाएं सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। विपक्ष जहां नीतीश सरकार पर विकास कार्यों की धीमी रफ्तार का आरोप लगा रहा है, वहीं मुख्यमंत्री ऐसे कार्यों के जरिए सरकार की सक्रियता और जवाबदेही का संदेश देना चाह रहे हैं।